दो पिस्टल, जिंदा कारतूस व लाखों की लूट संपत्ति बरामद, समस्तीपुर में बना रखा था ठिकाना
#MNN24X7 दरभंगा, दरभंगा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर चोरी और डकैती की घटनाओं को अंजाम देने वाले एक संगठित अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। ग्रामीणों की सतर्कता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के रहने वाले सात शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके पास से लाखों रुपये मूल्य की लूटी गई ज्वेलरी, नकदी के साथ दो पिस्टल और जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।
पुलिस के अनुसार, सभी आरोपी वर्तमान में समस्तीपुर जिले के रामभद्रपुर रेलवे स्टेशन के पास अपने परिवार के साथ खानाबदोश की तरह रह रहे थे और वहीं से वारदात की योजना बनाते थे। जांच में सामने आया है कि यह गिरोह बेहद योजनाबद्ध तरीके से पहले किसी जिले में कई दिनों तक रेकी करता था, फिर मौका पाकर चोरी व डकैती को अंजाम देकर फरार हो जाता था।
पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि गिरोह का नेटवर्क बिहार के लगभग हर जिले में फैला हुआ था, जबकि अन्य राज्यों में भी इनके द्वारा आपराधिक घटनाएं किए जाने के साक्ष्य मिले हैं। अलग-अलग जिलों से लूटी गई कीमती ज्वेलरी और नकदी को समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर स्थित एक घर में जमा कर रखा गया था। वहां छापेमारी के दौरान एक व्यक्ति को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद पूरे गिरोह का पर्दाफाश हुआ।
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार सातों अपराधियों ने दरभंगा जिले में दर्ज दर्जनों चोरी और डकैती की घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। खास तौर पर जमालपुर थाना क्षेत्र के किरतपुर चौक स्थित एक ज्वेलरी दुकान में बीती रात करीब 13 लाख रुपये की चोरी की घटना में भी इसी गिरोह की भूमिका सामने आई है।
बताया गया कि वारदात के बाद सभी आरोपी फरार हो रहे थे, तभी घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के दोहथा गांव में ग्रामीणों ने सतर्कता दिखाते हुए पुलिस को सूचना दी और संयुक्त प्रयास से सभी अपराधियों को पकड़ लिया गया।
इस बड़ी सफलता के बाद पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि यह गिरोह लंबे समय से बिहार समेत अन्य राज्यों में सक्रिय था। फिलहाल सभी गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है तथा गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों और वारदातों की जानकारी जुटाई जा रही है। दरभंगा पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अपराधियों के खिलाफ अभियान आगे भी सख्ती से जारी रहेगा।
नीरज कुमार राय की रिपोर्ट
