#MNN24X7 दरभंगा | बिहार,में नई सरकार के गठन के साथ ही भूमाफिया और बालू माफिया के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है। इसी क्रम में सरकार ने जिन भू-माफियाओं की संपत्तियां जब्त करने की सूची प्रवर्तन निदेशालय (ED) को भेजी है, उसमें दरभंगा के मोहम्मद रिजवान उर्फ राजा का नाम सबसे ऊपर बताया जा रहा है।
बहादुरपुर प्रखंड के मोदामपुर एकमीघाट निवासी मोहम्मद रिजवान फिलहाल जेल में बंद है। उस पर जमीन के अवैध कारोबार, धोखाधड़ी और ठगी से जुड़े करीब 32 आपराधिक मामले दर्ज बताए जा रहे हैं। आरोप है कि उसने अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों से आलीशान मकान बनवाया और उस पर अपने नाम के साथ जदयू के तीर निशान वाली बड़ी तस्वीर भी लगवाई, जिसे लेकर इलाके में काफी चर्चा रही।

इधर, आरोपी के भाई शम्स तबरेज मीडिया के सामने आए और सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने दावा किया कि उनके भाई के नाम पर कोई संपत्ति नहीं है और जो संपत्तियां दिखाई जा रही हैं, वे पैतृक (पूर्वजों की) संपत्ति हैं। साथ ही उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि रिजवान जमीन के कारोबार से जुड़ा रहा है, लेकिन उनका कहना है कि जमीन के व्यवसाय में कई बार साजिश के तहत झूठे मुकदमे भी दर्ज करा दिए जाते हैं।
वहीं, एक बड़े व्यवसायी पीड़ित ने सामने आकर रिजवान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित के अनुसार, एक जमीन के सौदे में उन्होंने 60 लाख रुपये का भुगतान किया था, जबकि कुल सौदा 5 करोड़ 60 लाख रुपये में तय हुआ था। आरोप है कि उसी जमीन को लेकर रिजवान ने किसी दूसरे व्यक्ति से भी 1 करोड़ 40 लाख रुपये वसूल लिए। यह मामला फिलहाल अदालत में विचाराधीन है।
सरकार द्वारा संपत्ति जब्ती की प्रक्रिया आगे बढ़ाए जाने के बाद ऐसे कई पीड़ितों में उम्मीद जगी है कि अदालत के अंतिम फैसले और सरकारी कार्रवाई के जरिए उन्हें उनकी गाढ़ी कमाई वापस मिल सकेगी। नई सरकार की इस सख्ती को माफिया राज पर निर्णायक प्रहार के रूप में देखा जा रहा है।

रिपोर्ट नीरज कुमार राय