#MNN24X7 दरभंगा, पूर्णिमा राम प्रताप संस्कृत महाविद्यालय, बैंगनी, दरभंगा के प्रांगण में बुधवार को यौन उत्पीड़न सप्ताह के तहत आयोजित संगोष्ठी के समापन सत्र का आयोजन किया गया। महाविद्यालय परिवार की ओर से इस जागरूकता कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।
कार्यक्रम का संयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. रामप्रीत दास द्वारा किया गया। संगोष्ठी का शुभारंभ महाविद्यालय के छात्रों द्वारा मंगलाचरण के साथ हुआ।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. रविशंकर झा ने यौन उत्पीड़न की परिभाषा स्पष्ट करते हुए कहा कि यौन उत्पीड़न वह व्यवहार है, जिसमें किसी व्यक्ति के साथ उसकी इच्छा के विरुद्ध यौन प्रकृति की कोई भी हरकत की जाती है। उन्होंने छात्रों से ऐसे मामलों के प्रति सजग रहने और समाज में जागरूकता फैलाने की अपील की।
वहीं अंग्रेजी के सहायक अध्यापक डॉ. कृष्णानंद झा ने अपने वक्तव्य में कहा कि यौन उत्पीड़न एक जघन्य अपराध है, जिसके अंतर्गत बिना सहमति के छूना, पकड़ना, धक्का देना और जबरदस्ती करना जैसी क्रियाएं शामिल हैं। उन्होंने कानून की जानकारी और पीड़ितों के समर्थन की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के शिक्षक डॉ. लोकेश झा, डॉ. पंकज कुमार रॉय एवं डॉ. जयशंकर प्रसाद उपस्थित रहे। समापन सत्र का संचालन हिंदी के सहायक प्राध्यापक डॉ. कमलेंद्र चक्रपाणि ने किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे और यौन उत्पीड़न के विरुद्ध जागरूकता का संकल्प लिया।
