लगातार परीक्षाओं के सुगम संचालन के लिए संस्कृत विश्वविद्यालय की ठोस पहल

कुलपति ने प्रधानाचार्यों के साथ की ऑनलाईन बैठक
सात दिनों की दी मोहलत, शिक्षकों द्वारा पढ़ाये जा रहे विषयों की सूची भी तलब

#MNN24X7 दरभंगा, सत्रों को अद्यतन करने में जुटा संस्कृत विश्वविद्यालय अब अपना वृहत प्रश्न कोष बनाएगा। इसके लिए परीक्षा विभाग ने विशेष पहल भी शुरू कर दी है। इसको लेकर तर्क लाजिमी है कि विषयवार पश्नों की सूची अगर पहले से उपलब्ध रहेगी तो परीक्षाओं के संचालन में सुगमता आएगी और इसका लाभ अन्तोगत्वा छात्रों को ही होगा। खासकर इसी मुत्तालिक आज कुलपति प्रो0 लक्ष्मीनिवास पांडेय ने सभी प्रधानाचार्यों के साथ ऑनलाईन बैठक की और अन्य मुद्दों को लेकर भी कई सुझाव व निर्देश दिए।

उन्होंने पहले तो प्रधानाचार्यों से सात दिनों के भीतर विषयवार सभी स्तरों से पांच पांच प्रश्नों की सूची प्रेषित करने को कहा। इसके लिए उन्होंने सुझाव दिया कि जो शिक्षक जिस विषयों को पढ़ाते हैं उन्हें वस्तुनिष्ठ,लघु व दीर्घ उत्तरीय पांच -पांच प्रश्नों की सूची देनी है और प्रधानाचार्य उसे अपने स्तर से परीक्षा विभाग को उपलब्ध कराएंगे। साथ ही निदेशित किया गया कि कौन शिक्षक किस विषयों को पढ़ाते हैं, इसकी भी सूची मुख्यालय को प्रेषित की जाएगी।

उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि कुलपति प्रो0 पांडेय ने संस्कृत के अलावा अंग्रेजी, कम्प्यूटर, सामान्य ज्ञान समेत अन्य विषयों पर भी बराबरी से फोकस देने को कहा। इसके अलावा आंतरिक परीक्षाओं के ससमय संचालन के लिए भी उन्होंने निदेशित किया। समाज मे संस्कृत को प्रतिष्ठा दिलाने के लिए कुलपति ने बुद्धिजीवियों से प्रत्यक्ष सम्पर्क व सम्बन्ध बनाने की सलाह दी। इसके लिए उन्होंने कहा कि कम से कम सप्ताह में एक बार सभी से सम्पर्क करने का प्रयास होना चाहिए।

कुलपति ने आगे कहा कि संस्कृत सम्भाषण पर सभी को ध्यान देना जरूरी है। नाटक, श्लोक, गायन समेत सामूहिक चर्चा का आयोजन अपेक्षित है और इससे समाज के सभी वर्गों को जोड़ने की भी जरूरत है। अंत मे कुलपति ने स्पष्ट कहा कि अपने शिक्षकों व प्रधानाचार्यों के अनुभव व उनकी सेवाओं का लाभ विश्वविद्यालय को मिलना चाहिए।

इसी क्रम में कुछ प्रधानाचार्यों ने संस्थागत व व्यवस्थागत समस्याओं की ओर कुलपति का ध्यान आकृष्ट कराया जिसे शीघ्र हल करने का उन्होंने आश्वाशन दिया। कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग सूचना वैज्ञानिक डॉ नरोत्तम मिश्रा का रहा। बैठक के दौरान एफओ डॉ पवन कुमार झा, परीक्षा नियंत्रक डॉ ध्रुव कुमार मिश्र, शिक्षाशास्त्र निदेशक डॉ घनश्याम मिश्र, नोडल पदाधिकारी डॉ रामसेवक झा मुख्य रूप से कुलपति कार्यालय में उपस्थित रहे।