#MNN@24X7 दरभंगा, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर इकाई द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) विशेष शिविर के द्वितीय दिवस का आयोजन उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ।

बौद्धिक सत्र में नन्हीं दुनिया के संस्थापक एवं एन जी ओ संस्थाओं के संचालक संजय कुमार झा और नम्रता झा ने युवाओं को स्वरोजगार एवं उद्यमिता के विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन दिया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार नवीन व्यवसाय प्रारंभ किया जा सकता है। नम्रता झा ने अपने विद्यालय में छोटी कक्षाओं से संस्कृत के शिक्षण का आश्वासन भी दिया। उन्होंने अपील की कि उन्हें संस्कृत में पाठ्यक्रम एवं पाठ योजना दी जाए तो वह अपने विद्यालय में संस्कृत पठन पाठन को प्रारम्भ करेंगी।

राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुधीर कुमार झा द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर का दिशा- निर्देश दिया गया। उन्होंने सप्तदिवसीय विशेष शिविर की रूपरेखा का प्रारूप बताया। उन्होंने कहा कि संहिता के अनुसार पालन हो।दिन की शुरुआत प्रभात फेरी से हुई, जिसमें स्वयंसेवकों ने सामाजिक चेतना के संदेशों का प्रचार-प्रसार किया। इसके पश्चात परिचय सत्र आयोजित किया गया। जिसे कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. साधना शर्मा ने संचालित किया।

उन्होंने स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय सेवा योजना की अवधारणा, उद्देश्य और कार्यपद्धति से परिचित कराया। साथ ही, शिविर की रूपरेखा समझाते हुए इस योजना के विभिन्न आयामों पर चर्चा की। लक्ष्मीकांत शर्मा ने भी अपने प्रेरणादायक विचार प्रस्तुत किए। इसके पश्चात सामाजिक मिलन के अन्तर्गत शिविर स्थान के विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं से मिलकर उस स्थान की जानकारी ली गई।

सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें प्रतिभागियों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। रात्रि में स्वयंसेवकों के साथ मिलकर साहित्य विभागाध्यक्ष प्रो. रेणुका सिन्हा, डॉ. सुधीर कुमार झा , डॉ. साधना शर्मा , लक्ष्मीकांत शर्मा ने लिट्टी-चोखा बनाया, जिसे शिक्षकों और छात्रों ने साथ मिलकर स्वाद लिया।

राष्ट्रीय सेवा योजना का यह शिविर युवाओं को समाजसेवा, संस्कृति और नवाचार के प्रति प्रेरित कर रहा है।