#MNN24X7 आज,14 अप्रैल, मैथिली लोक संस्कृति मंच के तत्वावधान में आयोजित मिथिला महोत्सव 2025 के दूसरा दिन का तीसरा सत्र भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ,दयानन्द पासवान की अध्यक्षता में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए बिहार सरकार के भुमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने याद दिलाते हुए कहा की 2003 में मैथिली को संविधान की अष्टम अनुसूची में शामिल करना भी अप्रत्याशित था, उसी तरह राज्य सरकार द्वारा भी मिथिला मैथिली के बिकास के लिए कुछ अप्रत्याशित हो जाए इससे इनकार नहीं किया जा सकता।

स्थानीय सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कहा की पटना हाई कोर्ट की बेंच दरभंगा में स्थापित हो इसके लिए वे लगातार प्रयासरत हैं, बिधानपार्षद मदन मोहन झा ने कहाँ की दरभंगा को उपराजधानी का दर्जा मिले इसके लिए सामूहिक प्रयास हो।मंच के महासचिव उदय शंकर मिश्र ने सभी राजनेताओ से मिथिला और मैथिली के बिकास के मुद्दे पर एकजुट हो कार्य करने का आह्वान किया।

अन्य बक्ता में शीतलाम्बर झा, अम्बर इमाम हाशमी, राम नारायण झा, चंद्रेश, माधव झा, सुजीत कुमार आचार्य, प्रो सुधीर कुमार झा आदि प्रमुख थे, उसके बाद प्रियंका झा के संयोजकत्व में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम में शिवानी झा द्वारा प्रस्तुत ए पहुना मिथिले में रहू न, बिक्रम बिहारी ने जोगिया ठाड़ मोर आँगनवा में,जुली झा ने भगवती गीत, डॉली सिंह,आयुष्मान शेखर, अलोक भारती, प्रवीण यादव, चांदनी झा चकोर, ममता ठाकुर, सुषमा झा, बिभा झा, राधे भाई, गौरांग चौधरी सहित दो दर्जन गायक और संगत कलाकार में पारस पंकज, राहुल शरण, चन्द्रमणी झा, सुमंत सिंह आदि रात तीन बजे तक अपने प्रस्तुति से लोगो का मनोरंजन करते रहे।

कार्यक्रम की सफलता में बासुकीनाथ झा, चौधरी हेमचंद रॉय, राजेश चौधरी, विजय कुमार यादव, रंजीत कुमार झा सुजित आचार्य प्रोफेसर सुधीर कुमार झा उज्जवल कुमार झा अमितेस सिंह आदि प्रमुख रूप से थे।