नियमित रूप से साप्ताहिक भजन-संध्या सह भंडारा-प्रसाद का आयोजन श्यामा भक्तों के लिए हर्ष की बात- मधुबाला सिन्हा।
बढ़ते ठंड के बावजूद लगातार साप्ताहिक संध्या भजन एवं भंडारा में अधिकाधिक भक्तों का शामिल होना गर्व का सूचक- न्यासी डॉ संतोष।
भजन संध्या कार्यक्रम में शामिल हुए सभी भक्तजनों के बीच पंडित महेशकांत झा द्वारा बांटी गई गीता की निःशुल्क प्रतियां।
#MNN@24X7 दरभंगा मिथिलांचल की हृदयस्थली दरभंगा नगर स्थित मां श्यामा माय मंदिर परिसर में साप्ताहिक भजन-संध्या सह भंडारा-प्रसाद का आयोजन प्लस टू हाई स्कूल, अतिहर, दरभंगा के संगीत- शिक्षक विक्रम बिहारी के सहयोग से किया गया, जिन्हें श्यामा मां की चुनरी, फूल-माला तथा माँ श्यामा संदेश आदि से प्रभारी सह- सचिव मधुबाला सिन्हा ने सम्मानित किया गया। भजन संध्या का शुभारंभ मां श्यामा माय मंदिर न्यास समिति के प्रभारी सहसचिव मधुबाला सिन्हा तथा मंदिर न्यास समिति के न्यासी डॉ संतोष कुमार पासवान आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर प्रो विनोदानंद झा, डॉ आर एन चौरसिया, प्रो संतोष कुमार चौधरी, उज्ज्वल कुमार, रामबाबू साह, प्रणव नारायण, पंकज कुमार, केवल नारायण चौधरी, मुरारी जी, बृजमोहन आदि सहित 200 से अधिक व्यक्ति उपस्थित हुए। मौके पर न्यास समिति के उपाध्यक्ष पंडित कमलाकांत झा तथा मंदिर प्रबंधक अमरजीत कारक आदि भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर प्रभारी सह-सचिव मधुबाला सिन्हा ने प्रत्येक रविवार को श्यामा मंदिर परिसर में साप्ताहिक भजन-संध्या एवं भंडारा-प्रसाद के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि नियमित रूप से साप्ताहिक भजन संध्या सह भंडारा प्रसाद का आयोजन हम श्यामा भक्तों के लिए बड़े गर्व की बात है। उन्होंने भंडारा दाता श्यामा भक्तों को धन्यवाद दिया।
मंदिर न्यास समिति के न्यासी डॉ संतोष कुमार पासवान ने कहा कि ठंड बढ़ने के बावजूद लगातार साप्ताहिक संध्या भजन एवं भंडारा- महाप्रसाद में आधिकारिक भक्तों का शामिल होना गर्व का सूचक है। इस अवसर पर पंडित महेशकान्त झा के द्वारा भजन संध्या कार्यक्रम में शामिल हुए सभी भक्तजनों के बीच निःशुल्क गीता की प्रतियां बांटी गईं।
कार्यक्रम में कलाकारों द्वारा अनेक भजन-गीत एवं भक्ति-गीत का गायन किया गया। वहीं अंत में मां श्यामा की आरती का सामूहिक गायन भी किया गया। तदोपरांत सभी श्यामा भक्तों ने सामूहिक रूप से जमीन पर बैठकर भंडारे- महाप्रसाद को हर्ष पूर्वक ग्रहण किया।