विकास के लिए मिथिला राज्य चाहिए-प्रोफेसर श्रीउदय शंकर मिश्र।

#MNN@24X7 दरभंगा। मिथिला राज्य संघर्ष समिति की एक दिवसीय सम्मेलन मैथिली साहित्य परिषद दिग्घी दरभंगा में हुई। मुख्य वक्ता के रुप में प्रोफेसर श्रीउदय शंकर मिश्र ने कहा कि चीनी मिल जूट मिल पेपर मिल सूता मिल तमाम कुटिर उद्योग और खेती पथारी को समाप्त कर दिया।बिहार सरकार मिथिला के विकास को लेकर गंभीर नहीं है। मिथिला राज्य निर्माण के साथ ही मिथिला में पलायन रुकेगा। तमाम उद्योग की स्थापना होगी। आइ आइ टी आइ आइ एम और ट्रीपल आइ आइ टी की स्थापना होगी और भारत के मानचित्र पर मिथिला विकसित राज्य के रूप में जाना जाएगा।

अध्यक्षीय भाषण में पंडित रामनारायण झा ने कहा कि जोरदार आंदोलन से मिथिला राज्य निर्माण होगा। मिथिला कि आर्थिक नाकेबंदी कर भारत सरकार और बिहार सरकार को मजबूर किया जाएगा तब मिथिला राज्य बनेगा।

मुख्य अतिथि के रुप नाजिया हसन उपमहापौर ने कहा कि विकास के लिए मिथिला राज्य निर्माण आंदोलन में मेरी सम्पूर्ण सहभागिता सुनिश्चित रहेगी।
विशिष्ट अतिथि डा उषा चौधरी ने कहा कि मैथिली भाषा की उन्नति और विकास के लिए मिथिला राज्य निर्माण आवश्यक है।

विशिष्ट अतिथि डा प्रतिभा राय राजद नेत्री ने कहा कि आप लोग तैयार होइए मिथिला राज्य निर्माण होगा क्योंकि श्रीमती राबरी देवी नेता प्रतिपक्ष ने सदन में मिथिला राज्य निर्माण की मांग की है। हम लोग आपके साथ हैं।

इस अवसर पर श्री चन्द्रेश ने संचालन किया स्वागत भाषण डा विजय शंकर झा ने किया। जय जय भैरबि गोसाउनि गीत का का गायन और स्वागत गीत का गायन डा ममता ठाकुर ने किया। मुन्नी मधु प्रियंका झा मुस्ताक इकवाल

डा मुकेश प्रसाद निराला बैद्य गणपति झा प्रियंका झा अभिषेक कुमार झा गुड्डी झा संत कुमार मंडल डा प्रदीप कुमार झा डा योगानंद झा मनोज कुमार गुप्ता रौशन झा फूल चंद्र झा प्रवीण विजय कुमार मिश्र सफी अहमद खान अमित कुमार गुप्ता मिथिलेश ठाकुर डा तारानंद झा मंजर सिद्दीकी मधुकांत झा कैलाश चंद्र झा प्रोफेसर सुधीर कुमार झा सुभाष कुमार झा बिजय प्रसाद

अंत में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें लगभग एक दर्जन कविताएं पढ़ी गई। पलायन की हानि और मिथिला राज्य निर्माण के लिए कविताएं पढ़ी गई।