#MNN@24X7 दरभंगा, मिथिला लेखक मंच के तत्वावधान में आयोजित संगोष्ठी में डा बूचरू पासवान अध्यक्षता संचालन श्रीचन्द्रेश ने किया।

इस अवसर पर स्वागत भाषण प्रो श्रीउदय शंकर मिश्र ने किया- मिथिला राज्य निर्माण आवश्यक है, क्योंकि यहां से दूर्लभ पाण्डुलिपियां की चोरी हो गई है। ग़रीबी और बेरोज़गारी के कारण मिथिला के लोगों का पलायन हो रहा है साथ ही बंद मिल का पून: खोला जाय एवं खेती को वैज्ञानिक ढंग से प्रयास हो। नया उद्योग और मिल की स्थापना होगी उसी स्थिति में जब मिथिला राज्य की स्थापना होगी।

इस अवसर पर डा उषा चौधरी ने कहा कि मिथिला लेखक मंच मैथिली भाषा आंदोलन में बहुत योगदान दिया है और आगे बढ़ा रहे हैं।

डा टून टून झा ने कहा मिथिला राज्य निर्माण आवश्यक है। ओ तब होगा जब सभी संस्थाओं को एकीकरण हो और आन्दोलन तेज गति देने की जरूरत है।

इस अवसर पर डा बुचरु पासवान ने धीरे धीरे आगे बढ़ा रहे हैं मिथिला राज्य आन्दोलन को लेकर। एक दिन जरूर बनेगा मिथिला राज्य। इस अवसर पर हीरालाल सहनी सुबेदार नंदकिशोर साहु ने मिथिला राज्य निर्माण की आवश्यकता पर जोर दिया।

डा विजय शंकर झा ने मिथिला राज्य आन्दोलन का नेतृत्व करेंगे और तन मन धन से लगा रहुंगा।रीतू प्रज्ञा डा राजकिशोर झा अमित कुमार गुप्ता मुकेश कुमार झा चन्द्रशेखर झा बुढ़ा भाई कैलाश चंद्र झा अतुल कुमार मिश्रा डा विनोद कुमार हसौरा आदि ने भाग लिया।

इस अवसर पर शिशिर कवि सम्मेलन में एक से एक कविता का पाठ हुआ जिससे लोगों को आनंददायक लगा।