उद्घाटन सत्र को प्रधानाचार्य, डॉ चौरसिया, डॉ महेशचंद्र, डॉ मुस्तफा कमाल, डॉ जमशेद तथा डॉ सोनी ने किया संबोधित।
एनएसएस का विशेष शिविर कैंपस टू कम्युनिटी की यात्रा है जो छात्रों को समाज की मूलभूत समस्याओं से करता है रूबरू- डॉ चौरसिया।
स्वयंसेवक अनुशासित एवं संवेदनशील होकर करें समाजसेवा, ताकि आमलोग भी हो सके अधिक जागरूक- प्रधानाचार्य।
#MNN@24X7 दरभंगा शहर के मिल्लत कॉलेज की एनएसएस इकाई के तत्वावधान में प्रधानाचार्य प्रो मो इफ्तिखार अहमद की अध्यक्षता में 50 छात्र- छात्राओं का सात दिवसीय विशेष शिविर का उद्घाटन कॉलेज के सभागार में किया गया, जिसे मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक डॉ आर एन चौरसिया, पूर्व कुलसचिव डॉ मुस्तफा कमाल अंसारी, भौतिक विभागाध्यक्ष प्रो महेशचंद्र मिश्र, वनस्पति के विभागाध्यक्ष डॉ जमशेद आलम, दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ सोनी शर्मा आदि के साथ ही कई स्वयंसेवकों ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में डॉ सियाराम प्रसाद, डॉ सोमा रानी कोले, डॉ मुन्ना शाह, डा शाहनवाज आलम, डा नाहिद जेहरा, डॉ मनीष कुमार, डॉ राधा नारायण, डॉ तैफ्जुर रहमान, डॉ बंदना कुमारी, साजिद इकबाल, शिक्षक मंटून कुमार यादव के साथ ही वरिष्ठ स्वयंसेवक मो आकिब, मो अफसार, सालिक, नूरुल, शाहबुद्दीन, महबूब, उजमा, सल्तनत, मेहर, जीना, जुबैरिया वसीम, कासिफ, आयशा सिद्दीक, ताहिरा, दिलकश, आयुषी, कल्याणी, हुरून निशा आदि 50 स्वयंसेवक एवं स्वयंसेविकाएं उपस्थित थे।
अपने संबोधन में प्रधानाचार्य प्रो मो इफ्तेखार अहमद ने कहा कि स्वयंसेवक छात्र-छात्राएं भारत को विकसित बनाने में अपना सर्वोत्तम योगदान दें। युवाओं की जागरूकता, मेहनत तथा जिम्मेदारी से ही विकसित भारत का निर्माण संभव है। स्वच्छ समाज से ही स्वस्थ समाज तथा समृद्ध भारत बनेगा। उन्होंने आह्वान किया कि छात्र अनुशासित होकर अच्छे नागरिक बने और समाज से बुराइयों को दूर कर बेहतरीन भारत का निर्माण करें। पूर्व कुलसचिव डा मुस्तफा कमाल अंसारी ने कहा कि भारत युवाओं का देश है। युवा ही राष्ट्र को बेहतरीन दिशा एवं दशा प्रदान कर विकसित भारत का निर्माण करेंगे। वहीं स्वागत संबोधन करते हुए भौतिक विभागाध्यक्ष प्रो महेश चंद्र मिश्र ने स्पेशल कैंप के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को अनुशासन एवं कर्तव्यबोध से अवगत कराया।
मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के समन्वयक डॉ आर एन चौरसिया ने कहा कि एनएसएस का विशेष शिविर ‘कैंपस टू कम्युनिटी’ की यात्रा है जो छात्रों को समाज की मूलभूत समस्याओं से रूबरू कराकर उनके निदान में योगदान करने की व्यावहारिक सीख देता है। यह छात्र-छात्राओं को सामाजिक सरोकारों से जोड़कर उनका बेहतरीन चरित्र निर्माण एवं संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास करता है। शिविर में भाग लेने से छात्रों में सामाजिकता, नेतृत्व- क्षमता, सहयोग- भावना तथा समाज- सेवा आदि की प्रवृत्ति विकसित होती है। उन्होंने आह्वान किया कि स्वयंसेवक एक- दूसरे से कदम से कदम मिलाकर चलते हुए समाज की कुरीतियों को दूर कर उसे समृद्ध बनाएं तथा विकसित भारत के निर्माण का न केवल साक्षी, बल्कि सारथी बने।
दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। अतिथियों का स्वागत पाग, चादर तथा मोमेंटो से किया गया। वहीं स्वयंसेविकाओं ने एनएसएस गान- उठें उठें समाज के लिए उठें….प्रस्तुत की। धन्यवाद ज्ञापन परीक्षा नियंत्रक डा जमशेद आलम ने किया, जबकि कार्यक्रम का संचालन करते हुए एनएसएस पदाधिकारी डॉ सोनी शर्मा ने कैंप की रूपरेखा का विस्तार से वर्णन किया।