10 हजार रुपये प्रति महिला की दर से कुल 2,500 करोड़ रुपये का ऑनलाइन अंतरण।
दरभंगा में 4 लाख से अधिक जीविका दीदियों के खाते में भेजी गयी राशि।
#MNN24X7 दरभंगा, 03 अक्टूबर, मुख्यमंत्री बिहार नीतीश कुमार ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 25 लाख महिला लाभुकों के बैंक खातों में 10,000 रुपये प्रति महिला की दर से कुल 2,500 करोड़ रुपये का ऑनलाइन अंतरण किया।
गौरतलब है कि यह ऐतिहासिक पहल महिलाओं को स्वरोजगार और आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में सशक्त बनाने के उद्देश्य से की गई है। राज्य मुख्यालय से लेकर जिला, प्रखंड, संकुल संघ और ग्राम संगठन स्तर तक कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया,ताकि हर महिला लाभुक इस अवसर का हिस्सा बन सके।
दरभंगा जिला में समाहरणालय स्थित बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर सभागार में जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में जीविका दीदियों ने कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखा।
सहायक समाहर्ता के परीक्षित,उप विकास आयुक्त स्वप्निल , उपनिदेशक जनसंपर्क सत्येंद्र प्रसाद और जिला परियोजना प्रबंधक डॉ.ऋचा गार्गी भी उपस्थित रहे। जिला स्तर से लेकर प्रखंड मुख्यालय, 69 संकुल संघ और ग्राम संगठन स्तर पर पांच लाख से अधिक महिलाओं ने उत्साहपूर्वक इस अवसर में भाग लिया।
जिलाधिकारी कौशल कुमार ने कहा कि जीविका दीदियों की मेहनत और लगन से ही जीविका दीदियों को निरंतर विकास कर रही है। दीदियों की सक्रिय भागीदारी, उनकी अनुशासन और रोजगार से जुड़ने की तत्परता ने समाज में सकारात्मक बदलाव लाया है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि योजना के तहत मिली राशि का सदुपयोग केवल आजीविका और स्वरोजगार /व्यवसाय कार्यों में किया जाना है। किसी माइक्रोफाइनेंस ऋण चुकाने या व्यक्तिगत खर्च में इसका इस्तेमाल नहीं होगा।
यदि कोई संस्था या व्यक्ति इस राशि पर दबाव बनाए,तो शिकायत कर सख्त कार्रवाई कराई जाएगी। प्रत्येक परिवार की एक महिला को इस योजना से जोड़ना है। इसके लिए जीविका का निबंध जरूरी है। राशि का सदुपयोग करने के लिए जिलाधिकारी ने महिला जीविका को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिया।
उप विकास आयुक्त ने कहा कि जीविका दीदियों ने न केवल अपने परिवारों के आर्थिक हालात सुधारे हैं ,बल्कि समाज में महिलाओं के लिए आदर्श प्रस्तुत किए हैं। उनकी मेहनत, ईमानदारी और आत्मनिर्भरता की भावना युवतियों और अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
डीपीएम डॉ.ऋचा गार्गी ने बताया कि योजना का लाभ केवल जीविका से जुड़ी महिलाओं को ही मिलेगा। इस राशि का उपयोग करके महिलाएं नए इच्छुक व्यवसाय शुरू कर रही हैं या अपने पुराने व्यवसाय में पूंजी वृद्धि कर व्यवसाय को सशक्त बना रही हैं। छह महीने बाद लाभार्थियों की प्रगति का आकलन किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर दो लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता भी प्रदान की जाएगी। इस योजना से महिलाएं खेती,पशुपालन,हस्तशिल्प, सिलाई-बुनाई, किराना दुकान और अन्य छोटे उद्यम खोलकर आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं।
किरतपुर प्रखंड के रसियारी गाँव की रीता देवी,जो शिवगुरु स्वयं सहायता समूह की सदस्य हैं,ने योजना से प्राप्त 10 हजार रुपये का उपयोग मसाला,तिलौरी, अदौरी और सत्तू का उत्पादन और पैकिंग करने के लिए किया। इससे उनके परिवार की आय में वृद्धि हुई और उन्हें सम्मान व आत्मविश्वास भी मिला। अब रीता देवी मसाला पीसने की मशीन खरीदकर अपने व्यवसाय को और विस्तारित करने की योजना बना रही हैं।
तारडीह प्रखंड की विभा देवी ने पहले से ही सिलाई का हुनर जानती थीं और जीविका से प्राप्त प्रशिक्षण ने उनके कौशल को और निखारा।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से मिली 10 हजार रुपये की राशि से उन्होंने नई सिलाई मशीन खरीदी और अब वे महिलाओं और पुरुषों दोनों के कपड़े सिलाई के साथ-साथ अन्य महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बना रही हैं।
बेनीपुर प्रखंड की कामिनी देवी, मदीना स्वयं सहायता समूह की सदस्य,ने योजना से प्राप्त 10 हजार रुपये से मिठाई की दुकान खोली। इस पहल से उन्हें जीविकोपार्जन का बेहतर अवसर मिला और अब वे अपने व्यवसाय से अच्छा मुनाफा कमा रही हैं।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना ने दरभंगा समेत पूरे बिहार की लाखों महिलाओं के जीवन में काफी बदलाव आ या है। इस योजना से महिलाओं को न केवल आर्थिक स्वतंत्रता और स्वरोजगार के अवसर मिले हैं बल्कि उनके आत्मविश्वास और सम्मान में भी वृद्धि हुई है। यह पहल न केवल आजीविका के साधन प्रदान कर रही है, बल्कि महिलाओं को समाज में सशक्त और नेतृत्वकारी बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण साबित हो रही है।