•स्वामी विवेकानंद जयंती पर ‘यूथ पार्लियामेंट’ का आयोजन, छात्रों ने रखे विचार

#MNN@24X7 दरभंगा, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर इकाई द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर का छठा दिन आज बड़े उत्साह के साथ सम्पन्न हुआ। शिविर का मुख्य विषय “राष्ट्र निर्माण में युवा शक्ति की भूमिका” है।

आज के दिन का विशेष महत्व स्वामी विवेकानंद जयंती के कारण था। इस उपलक्ष्य में राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुधीर कुमार झा केदिशा निर्देश मे ‘यूथ पार्लियामेंट’ का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलानुशासक अधिकारी प्रोफेसर पुरेंद्र बारीक ने की।

इस अवसर पर बौद्धिक सत्र मे प्रणव (किरतपुर हाई स्कूल के शिक्षक) ने संयुक्त परिवार के संरक्षण और हमारी सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखने पर जोर दिया। डॉ.अवनीश (एमएलएसएम कॉलेज, इतिहास विभाग) ने चरित्र निर्माण को राष्ट्र के विकास की आधारशिला बताया।

चर्चा सत्र मे यूथ पार्लीयामेंट आयोजित किया गया। छात्रों ने अपने विचारों से सबको प्रभावित किया: पद्मनाभ ने प्रकृति के पांच तत्वों के संरक्षण पर जोर दिया। विश्व मोहन ने पांडुलिपि ज्ञान को संरक्षित करने की आवश्यकता बताई।आकांक्षा ने नारी सशक्तिकरण और महिला सुरक्षा पर अपने विचार साझा किए। सुदर्शन ने संस्कृत और संस्कृति के संरक्षण पर जोर दिया।

स्वामी चंदन दास जी ने भ्रष्टाचार रोकने को विकास का आधार बताया। केशव और रोहित ने क्रमशः व्यक्तित्व विकास और आरक्षण पर विचार रखे। लक्ष्मीकान्त द्वारा बताया गया कि हमे स्वावलंबी होना चाहिए। अध्यक्षीय भाषण में प्रो. बारीक ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक प्रेरणा का स्रोत बताया।

कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. साधना शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पांच प्राण प्रतिज्ञा का जिक्र करते हुए इसे स्वामी विवेकानंद के आदर्शों से प्रेरित बताया।
शिविर का दिन योग सत्र और प्रभात फेरी से प्रारंभ हुआ। स्वामी चंदन दास जी के नेतृत्व में योगाभ्यास हुआ और छात्रों ने ग्रामीण क्षेत्रों में संस्कृत पढ़ाई के महत्व को बताया।

रात्रि में सभी प्रतिभागियों और शिक्षकों ने सामूहिक भोजन का आनंद लिया। साथ ही, गांव के बच्चों ने भी अपने प्रदर्शन से सबका मन मोह लिया। मिसा, धृति पूजा कुमारी, रुद्र, अनामिका इत्यादि ग्रामीण जनो से मिलकर सर्वेक्षण किया गया। शिविर के अंतिम दिन और भी विशेष गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।