वाणिज्य का क्षेत्र अत्यंत रोचक एवं रोजगारपरक- प्रधानाचार्य प्रो मुश्ताक अहमद।@MNN24X7
#MNN@24X7 दरभंगा,
शिक्षक के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण क्षण यही होता है कि उसके छात्र लगातार सफलता का परचम लहराते रहें। आशना जिया ने अपनी सफलता से कॉलेज एवं समाज का नाम रोशन किया है। यह मुस्लिम बच्चियों के साथ ही अन्य सभी के लिए उदाहरण बन गई है। जब छात्र नशा एवं अपराधिक आदि कार्यों में समय बर्बाद करते हैं तो वह सिर्फ अपना ही नहीं, बल्कि पूरे समाज एवं राष्ट्र की क्षति करते हैं। यदि माता-पिता ने अपने बच्चों को ठीक ढंग से संभाल लिया तो उनके बच्चे सफलता की किसी भी ऊंचाई पर जा सकते हैं।

उक्त बातें सी एम कॉलेज, दरभंगा के प्रधानाचार्य प्रो मुश्ताक अहमद ने कॉलेज के वाणिज्य विभाग एवं पूर्ववर्ती छात्र संघ के द्वारा सेमीनार हॉल में आशना जिया के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि वाणिज्य का क्षेत्र अत्यंत रोचक एवं रोजगार परक है।

ज्ञातव्य है कि वाणिज्य की छात्रा आशना जिया को 69वीं बीपीएससी की परीक्षा में 29वां रैंक प्राप्त कर वित्तीय प्रशासनिक पदाधिकारी हेतु चयनित हुई है। मंच का संचालन करते हुए वाणिज्य विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ दिव्या शर्मा ने कहा कि वर्तमान युग में लड़कियां हर क्षेत्र में लड़कों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। आज की लड़कियों में यह सामर्थ्य है कि वे हर क्षेत्र में अपनी सफलता का परचम लहरा सकती हैं।

छात्रों को संबोधित करते हुए पीजी संस्कृत विभाग के प्राध्यापक डॉ आर एन चौरसिया ने कहा कि आशना की यह सफलता अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। अन्य छात्र-छात्राएं भी अपनी कड़ी मेहनत, उत्साह पूर्ण लगन तथा शिक्षकों के समुचित मार्गदर्शन से अनवरत विभिन्न क्षेत्रों में सफलताओं को प्राप्त कर कॉलेज के स्वर्णिम इतिहास में अपना नाम दर्ज करें। उन्होंने आशना को इस सफलता के लिए शुभकामनाएं देते हुए वाणिज्य विभाग तथा पूरे कॉलेज परिवार को बधाई दी।

इस अवसर पर आशना के साथ ही उसकी माता नसराना अजीमी को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने लोगों की कई आलोचनाओं को सहते हुए भी अपनी पुत्री की इस सफलता के माध्यम से एक आदर्श मां होने का परिचय दिया है। वाणिज्य के विभागाध्यक्ष डॉ ललित शर्मा ने स्वागत करते हुए कहा कि आज के युग में वाणिज्य के विद्यार्थी न सिर्फ सीए, सीएस या बैंकिंग के क्षेत्र में ही अपना करियर बना सकते हैं, बल्कि वे प्रशासनिक सेवा के माध्यम से भी अपने समाज, राज्य और राष्ट्र का नाम रोशन कर सकते हैं। बिहार के विद्यार्थियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।

इस अवसर पर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा ने डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की एक पुस्तक ‘अग्नि की उड़ान’ भेंट कर आशना का सम्मान किया तथा कहा कि अन्य छात्र भी अपने सपने को जिया की तरह ही पूरी करें। वाणिज्य विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ अजीत कुमार, डॉ सुजीत कुमार शर्मा, डॉ बसंत कुमार मंडल, डॉ शाकिर आलम, रवि कुमार, स्नेहा कुमारी, संतोष कुमार, रमण कुमार एवं कॉलेज के अनेक शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं 80 से अधिक छात्र- छात्राएं उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन डॉ शीबा शब्बीर ने किया।