डॉ घनश्याम की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सेमिनार की अंतिम रूपरेखा तय, डॉ विनय कुमार मिश्र होंगे मुख्य अतिथि।

‘पुरुष सूक्त : दर्शन और विज्ञान’ विषय पर आयोजित सेमिनार में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को दिए जाएंगे प्रमाण पत्र।

#MNN24X7 दरभंगा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग तथा डॉ प्रभात दास फाउंडेशन, दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान में ‘पुरुष सूक्त : दर्शन और विज्ञान’ विषय पर 5 जुलाई, 2025 को पूर्वाह्ण 11 बजे से पीजी संस्कृत विभाग के सभागार में राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जाएगा, जिसमें भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को डॉ प्रभात दास फाउंडेशन की ओर से प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे।

सेमिनार के स्वरूप को अंतिम रूप प्रदान करने के उद्देश्य आज विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग में अध्यक्ष डॉ घनश्याम महतो की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सेमिनार के संयोजक डॉ आर एन चौरसिया, संस्कृत- प्राध्यापिका डॉ मोना शर्मा, फाउंडेशन के सचिव मुकेश कुमार झा, जेआरएफ- मणिपुष्पक घोष, शोधार्थी- बाल कृष्ण कुमार सिंह एवं सोमनाथ दास, मंजू अकेला, योगेन्द्र पासवान, उदय कुमार उदेश, अंगित कुमार यादव, नवनीत कुमार, विवेकानंद प्रसाद विमल, विपिन कुमार यादव, सुनील कुमार सिंह, सचिन्द्र कुमार तथा पप्पू कुमार यादव आदि उपस्थित थे।

संयोजक डॉ आर एन चौरसिया ने बताया कि कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के वेद विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ विनय कुमार मिश्र सेमिनार में मुख्य अतिथि होंगे। उन्होंने बताया कि सेमिनार में भाग लेने के लिए इच्छुक किसी भी विषय के शिक्षक, शोधार्थी, विद्यार्थी या संस्कृत प्रेमी विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग में आकर अथवा संयोजक से मिलकर या उनके मोबाइल नंबर 9905437636 पर बात कर अपना पंजीयन सुनिश्चित करवा सकते हैं। डॉ चौरसिया ने बताया कि पुरुष सूक्त ऋग्वेद का एक अत्यंत ही पवित्र, रहस्यात्मक और दार्शनिक स्रोत है जो सृष्टि की उत्पत्ति, समाज की रचना तथा यज्ञ की महिमा को दर्शाता है। इसका महत्व धार्मिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं दार्शनिक दृष्टि से सर्वाधिक है, जिसका गहन विमर्श सेमिनार के दौरान किया जाएगा।