#MNN@24X7 दरभंगा, समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर सभागार में शिक्षा विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक हुई।
मासिक समीक्षात्मक बैठक में विद्यालय निरीक्षण, डीबीटी @ 75, एक्सपेंडिचर, Apaar Id Generation, पीएम पोषण योजना पायलट प्रोजेक्ट, ई-शिक्षा कोष पर शिक्षकों की उपस्थिति, ई-शिक्षा कोष पर छात्रों की इंट्री, यू-डायस पोर्टल पर इंट्री,पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति, ई-शिक्षा कोष पर एफएलएन टैग, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय और असैनिक निर्माण कार्य आदि बिंदु बार विस्तृत समीक्षा किया गया।
डीबीटी हेतु सभी आवश्यक कार्य विद्यालय स्तर एवं प्रखंड स्तर पर अनिवार्य रूप से करेंगे। Yes/no मार्क का कार्य नही करने वाले स्कूल को चिन्हित कर आज ही Yes/no मार्क का कार्य शुरू करायेंगे।आधारभूत संरचना में लंबित योजनाओं को जल्द से जल्द पुरा कराने का निर्देश संबंधित पदाधिकारी को दिया गया।
Apaar Id Generation का कार्य निर्धारित समय पर शत-प्रतिशत पुरा कराने का निर्देश दिया गया। साथ ही ई शिक्षा कोष पोर्टल पर, आधार की सीडिंग किया जाना है, शतप्रतिशत पूर्ण करने का निर्देश सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को दिया गया।
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय को औचक निरीक्षण करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। शिक्षकों की शत्-प्रतिशत् उपस्थिति ई-शिक्षाकोष पर सुनिश्चित करेंगे।
सरकारी/निजी विद्यालय/मदरसा/संस्कृत विद्यालयों में अध्ययनरत् छात्र/छात्राओं का ई-शिक्षा कोष पर शत्-प्रतिशत् इन्ट्री कराना सुनिश्चित करेंगें।
प्रखंड अंतर्गत चिन्हित विद्यालयों में क्रियाशील प्रत्येक आधार पंजीयन केन्द्र पर आधार कार्ड प्रतिदिन बनवाना सुनिश्चित करेंगें।
के.जी.बी.भी में शत्-प्रतिशत नामांकन एवं उपस्थिति सुनिश्चित करने का निदेश तथा पीएम श्री योजना का शत्-प्रतिशत क्रियान्वयन कराना है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव,शिक्षा विभाग, बिहार, पटना के निदेशानुसार प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विधालयों के निरीक्षण हेतु प्राप्त निदेश के आलोक में तैयार निरीक्षण रोस्टर के अनुसार विद्यालयों का शत्-प्रतिशत् निरीक्षण कराते हुए ई-शिक्षा कोष पर अपलोड कराने का निदेश दिया गया।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि सभी विद्यार्थियों का विशेष अभियान चला कर आधार कार्ड बनाना सुनिश्चित करें। बिना आधार कार्ड के विद्यार्थियों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की लाभ नहीं मिलेगी।
शनिवार को सुरक्षित शनिवार का आयोजन/गृह कार्य का मूल्यांकन,सभी विषयों के पाठ्यक्रम (सिलेबस) पूरा करना/कम्प्यूटर शिक्षा/प्रयोगशाला के उपकरण का उपयोग,शिक्षकों की शत्-प्रतिशत उपस्थिति,बच्चों की उपस्थिति आदि शामिल है।