#MNN@24X7 दरभंगा शिशु विभाग के सेमिनार हॉल में सेवानिवृत्त प्राचार्य प्रोफेसर डॉक्टर के एन मिश्रा और प्रोफेसर एन पी गुप्ता का भावपूर्ण विदाई समारोह आयोजित किया गया। ज्ञातव्य हो कि डॉक्टर के एन मिश्रा ने लंबे समय तक शिशु विभाग के विभागाध्यक्ष का कार्यभार भी संभाला था।
डॉ मिश्रा एवं डॉक्टर गुप्ता दोनों ने 31 दिसंबर 2024 को साथ साथ सेवानिवृत्ति प्राप्त की थी, परंतु शिशु रोग विशेषज्ञों के राष्ट्रीय सम्मेलन, पेडिकौन, हैदराबाद में उनके शामिल होने के कारण विधिवत विदाई बुधवार को दी गई।
शिशु विभाग में भव्य रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ अलका झा, अस्पताल की अधीक्षिका डॉक्टर शीला कुमारी साहू, उपाधीक्षक डॉक्टर सुरेंद्र कुमार यादव, शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉक्टर अशोक कुमार, शिशु विभाग के सेवानिवृत चिकित्सक डॉक्टर ज्ञानेश्वर झा, डॉक्टर रमेश चंद्र मिश्रा, डॉक्टर ओम प्रकाश, डॉक्टर साजिद हुसैन एवं कार्यरत चिकित्सक प्रोफेसर रिजवान हैदर, डॉ अमित कुमार, डॉक्टर मणि शंकर इत्यादि सहित शिशु विभाग के सभी डॉक्टर , पी जी छात्र-छात्राएं, परिचारिकाएं एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।
प्राचार्य डॉक्टर अलका झा ने कहा कि डॉक्टर के एन मिश्रा का वह बहुत सम्मान करती हैं क्योंकि उनके द्वारा प्रोत्साहित करने के कारण ही उन्होंने अस्पताल के अधीक्षका का पद ग्रहण किया और प्राचार्य भी बनी। इसके लिए वह हमेशा आभारी रहेंगी। अधीक्षिका डॉक्टर शीला कुमारी साहू ने कहा कि डॉक्टर एन पी गुप्ता उनके बैचमेट हैं और दोनों ने एक साथ 1976 में यहां एमबीबीएस में एडमिशन लिया। वह शुरू से उनकी कर्मठता की कायल रही है और वह उनके स्वास्थ्य और सुखी जीवन की कामना करती हैं।
विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अशोक कुमार ने कहा की इन दोनों के सेवानिवृत होने के कारण विभाग बहुत खालीपन महसूस कर रहा है। दोनों के प्रयास से विभाग उच्चतम स्थान पर पहुंचा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जब कभी भी उनकी आवश्यकता पड़ेगी वह विभाग के कार्यों में हमेशा मदद के लिए उपलब्ध रहेंगे। डॉक्टर रिजवान हैदर ने शेरो शायरी से माहौल को हल्का करते हुए दोनों के सुखद भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दी।
सेवानिवृत शिक्षक डॉ ज्ञानेश्वर झा, डॉक्टर रमेश कुमार, डॉक्टर ओम प्रकाश, डॉक्टर साजिद हुसैन के साथ डॉक्टर अमित कुमार, डॉक्टर मणि शंकर डॉ के के झा इत्यादि ने भावपूर्ण उदगार व्यक्ति किए। डॉ के एन मिश्रा ने कहा कि महाविद्यालय ने उन्हें बहुत कुछ दिया और एक शिक्षक और प्राचार्य के रूप में उन्होंने अपने ही स्टूडेंट को चुकाने की हर संभव कोशिश की इस विभाग और कॉलेज से उनका नाता अटूट है और भविष्य में भी रहेगा।
डाक्टर एन पी गुप्ता ने कहा कि विद्यार्थियों अपने भविष्य के लिए पठन-पाठन और क्लीनिकल कार्यों में रुचि लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह इसी महाविद्यालय में 1976 में आए और कुछ समय छोड़कर पूरे समय इन्होंने इस महाविद्यालय की सेवा की और भविष्य में भी इसके कार्यों में सहभागी बनने में उन्हें प्रसन्नता होगी। माहौल को हल्का करने की बहुत कोशिश के बावजूद भी समारोह का अंत होते-होते पीजी छात्रों के आंख से आंसू निकलने लगे और वे डॉक्टर के एन मिश्रा और डॉक्टर एन पी गुप्ता से लिपटकर रो पड़े।
सबका कहना था कि दोनों अद्वितीय शिक्षक थे और उनकी कमी उनके उन्हें हमेशा खलेगी। स्वास्थ्य प्रबंधक कुमारी चंद्रलेखा ने डॉक्टर एन पी गुप्ता और डॉक्टर के एन मिश्रा का विभाग की उन्नति में उनको हर तरह से सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया।
डॉ अशोक कुमार ने इस कार्यक्रम के लिए दिन-रात एक कर परिश्रम किया था और उन्होंने दोनों सेवानिवृत्ति डॉक्टरों को चादर, पाग, पुष्प माल एवं उपहार से विदा किया। उपस्थित सभी ने एक-एक कर दोनों का माल्यार्पण किया और गुलाब के फूल भेंट किया।