महामहिम कुलाधिपति के दीक्षांत समारोह में दरभंगा आगमन पर विश्वविद्यालय से जुड़े ज्वलंत मुद्दे पर होगा आंदोलन।।
मार्च कर अपनी माँग महामहिम को सौंपेंगे छात्र।।
#MNN24X7 दरभंगा,20 नवंबर, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा में बढ़ते संगठित लूट,भ्रष्टाचार,प्रशासनिक मनमानी,शैक्षणिक अराजकता,गैर संवैधानिक कार्य के खिलाफ विश्वविद्यालय में आंदोलनरत वाम जनवादी प्रगतिशील छात्र संगठन ने आंदोलन का मुहिम छेड़ दिया है।इसी करी में आज भाकपा(माले) महानगर कार्यालय मिर्जापुर में सभी संगठन के नेतृत्वकारी ने एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया और आंदोलन का रूपरेखा तैयार किया।
संवाददाता सम्मेलन में इंकलाबी नौजवान सभा(आरवाईए) के राज्य उपाध्यक्ष संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति संजय कुमार चौधरी की मनमानी चरम पर है।नियम विरुद्ध स्थानांतरण,अपने चहेते को पदाधिकारी बनाना और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना इनका प्रमुख कार्य है। उन्होंने कहा कि विभिन्न विश्वविद्यालय में प्रधानाचार्य रहते हुए इनपर वित्तीय अनियमितता का कई चार्ज है जिसमें इनका वित्तीय पावर को सीज कर लिया गया है जो आज भी जारी है लेकिन कुलपति के रूप में उन्हें लूट की खुली छूट मिली हुई है।उन्होंने कहा कि बार बार राज्यभवन से पत्र आने के बाद भी विजिलेंस जांच में मुक़दमा झेल रहे पदाधिकारी को पद से हटाने की जगह पदोन्नति मिल रही है।विधान परिषद सदस्य सुनील कुमार चौधरी को अध्यक्ष और विज्ञान के संकायाध्यक्ष को दिलीप कुमार चौधरी को कई संबद्ध महाविद्यालय में विश्वविद्यालय प्रतिनिधि बना कर अनेकों महाविद्यालय को बर्बाद किया जा रहा है।संबद्ध महाविद्यालय के शिक्षक कर्मचारी लगातार आंदोलनरत है कोई प्रशासनिक जिम्मेदारी लेने को कुलपति तैयार नहीं है।विज्ञान संकाय के डीन को नियम विरुद्ध सी एम लॉ कॉलेज का प्रधानाचार्य बना कर महाविद्यालय को बर्बाद किया जा रहा है।कुल मिला कर कहे तो आज विश्वविद्यालय की स्थिति चोर चोर मौसेरा भाई वाला है जिसमें सारे पदाधिकारी संलिप्त है।
आइसा नेता सुनील कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन बिहार विश्वविद्यालय एक्ट के नियम-परिनियम को ताख पर रख कर पदाधिकारी नियुक्त कर रही है, ग्रमीण से लेकर शहरी क्षेत्रों के महाविद्यालय में प्रभारी प्रधानाचार्य नियुक्त कर भारी बंदर वाट किया गया है किसी भी कॉलेज में खरीदी का कोई स्टॉक रजिस्टर और कैश बुक अंकित नहीं है.एलएनएमयू के कुलपति का बात विवि पदाधिकारी नहीं मान रहें या तो कुलपति छात्रों नेताओं को बेबकूफ बना रहे है।विश्वविद्यालय इतना संवेदनहीन है कि जेआरएफ उत्तीर्ण छात्रों का जेआरएफ समाप्त होने को है लेकिन जेआरएफ छात्रों का न तो नामांकन लिया गया, नहीं ही अभी तक PAT 24 का लिखित आश्वाशन के बावजूद नामांकन का अधिसूचना जारी किया है। छात्रों के प्रति विश्वविद्यालय संवेदनहिन हो के धन उगाही में व्यस्त है। जिसके खिलाफ विश्वविद्यालय स्तरीय वाम जानवदी संयुक्त छात्र – युवा मोर्चा संभाला है विश्वविद्यालय में व्याप्त शैक्षणिक – प्रशासनिक समाप्ति तक आंदोलन जारी रहेगा।
छात्र नेता दीपक झा ने कहा कि विश्वविद्यालय में शैक्षणिक, प्रशासनिक अराजकता चरम पर है विश्वविद्यालय के सर्वोच्च कुलपति कभी भी अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं रहते आवास को ही प्रशासनिक भवन बना कर अपने सिपहसालारों और दलालों के माध्यम से पैसों की उगाही कर कार्य को संपादित करते हैं। और इस बात का विरोध करने पर छात्र नेताओं पर प्राथमिकी दर्ज कर डराते हैं वर्ष 2019 के बाद कल हों रहें दीक्षांत समारोह में छात्रों को बंचित रखा जा रहा है और पैसा उगाही समारोह मना रहें। संयुक्त छात्र मोर्चा के माध्यम से विश्वविद्यालय को बचाने के लिए इस निकम्मी प्रशासन का ईंट से ईंट बजा देंगे।
आइसा नेता प्रिंस राज में कहा है कि दीक्षांत समारोह के नाम पर वि वि प्रशासन लूट मचा रखी है।पिछले दीक्षांत समारोह में छात्र – छात्राओं से 650 रुपया लिया गया था और इस बार 1700 रुपया लिया जा राह है। और छात्रों को सस्ता सामान दिया जा है।जो कि साफ साफ लूट को दर्शाता है।आगे उन्होंने कहा कि वि वि मे कुलपति एक गिरोह बनाकर वि वि को लूट रहे है।गिरोह के लगभग लोगों पर गबन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज है लेकिन वैसे लोग भी आज अधिकारी बने हुए है।उन्होंने तत्काल राज्यपाल से मांग किया है कि विजिलेंस केश के आरोपी वि वि से पद मुक्त किया जाय। वही उन्होंने सीएम लौ कॉलेज में साइंस के शिक्षक को प्रभारी प्रधानाचार्य बनाने का भी विरोध करते हुए तत्काल हटाने की मांग की है।
मिथिला विश्वविद्यालय अध्यक्ष NSUI मोहम्मद नसरूल्लाह ने कहा कि ये मिथिला कि धरती है, बाबा नागार्जुन कि धरती है, माता जानकी जी कि धरती है जिसको मिथिला विश्वविद्यालय के VC लूटने का काम कर रहे हैं।VC महोदय के इर्दगिर्द 5 ऐसे लोगों कि टीम हैं जो विश्वविद्यालय के संपत्ति को लूटने में VC को पुरी मदद करते हैं, अगर ये दीक्षांत समारोह कराना ही था तो VC महोदय को चाहिए था कि सेशन 2019-21,20-22,21-23 के सभी छात्रों को इस समारोह में शामिल करे न कि केवल एक सेशन के छात्रों को। इसका मतलब तो ये हुआ के VC महोदय इस समारोह के नाम पर भी विश्वविद्यालय को अच्छे से लूटेंगे।
एसएफआई विश्वविद्यालय संयोजक हरिशंकर राम ने कहा कि विश्वविद्यालय की हालत बहुत खराब है जिसके खिलाफ हम संयुक्त मोर्चा बनाकर संघर्ष करेंगे।कल कुलाधिपति के समक्ष अपना मांग रखेंगे।
Aisf के नेता अखिलेश कुमार ने कहा कि डाटा सेंटर की मनमानी से छात्र परेशान रहते है परीक्षा में शामिल छात्रों को भी अनुपस्थित कर दिया जाता है और उसके बाद विश्वविद्यालय में दलाल उसका शोषण करते है।
छात्र राजद के प्रदेश महासचिव नागमणि ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन कमीशन के लिए ये दीक्षांत समारोह आयोजित कर रही है।इसका उदाहरण है कि आज मात्र एक सेंसेशन के छात्रों को दीक्षांत में शामिल किया गया है।
छात्र नेता कुणाल पांडे ने कहा कि विश्वविद्यालय बचाने के लिए हम सभी साथी एकजुट हुए है और आंदोलन की शुरुआत कल महामहिम के समक्ष प्रदर्शन से होगी।
