भाकपा माले और आरवाईए ने निकला तिरंगा मार्च कई राष्ट्रीय नेता हुए शामिल।

#MNN@24X7 दरभंगा 26 जनवरी, दरभंगा। गणतंत्र दिवस की 76 वीं वर्षगांठ के अवसर पर भाकपा-माले और आरवाईए के आह्वान पर मिर्जापुर चौक से विश्विद्यालय प्रांगण स्थित संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तक तिरंगा मार्च निकला। इस मार्च में बड़ी संख्या में नौजवानों व शहर के नागरिकों ने हिस्सा लिया।

इस मार्च का नेतृत्व माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा, विधान परिषद सदस्य शशि यादव, आरवाईए के राष्ट्रीय महासचिव नीरज कुमार, बिहार प्रदेश सचिव सह अगिआंव विधायक शिवप्रकाश रंजन, इंसाफ मंच के नेता नेयाज अहमद आइसा के राष्ट्रीय महासचिव प्रसनजीत कुमार कर रहे थे। मार्च में भारतीय गणतंत्र जिंदाबाद, बाबा भीमराव अंबेडकर अमर रहे, संविधान के रक्षा के लिए आगे बढ़ो, भारतीय शहीदों की विरासत जिंदाबाद जैसे नारे लग रहे थे।

मौके पर माले महासचिव कॉ दीपांकर भट्टाचार्य ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी और कहा कि आज गणतंत्र ने 75 साल पूरा कर लिया। आज अपनी आजादी, गणतंत्र, भाईचारा, बराबरी, समाजवादी मूल्य को बरकरार रखने का संकल्प लेने का दिन है। यह जरूरी है कि भाजपा-आरएसएस द्वारा संविधान को कुचलने, उसकी मूल भावना को कमजोर करने और संविधान प्रदत्त अधिकारों पर लगातार किए जा रहे हमले के खिलाफ संविधान का पूरा इस्तेमाल करना और संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों पर हनन के खिलाफ संविधान बचाने के लिए नौजवानों को आगे आना होगा।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार हर दिन संविधान का एक पन्ना फाड़ डालने की कोशिश कर रही है। ऐसे में हम संविधान प्रदत्त अधिकारों को इस्तेमाल करते हुए जनता का व्यापक संघर्ष खड़ा करने का आह्वान करते हैं।

पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा आज संविधान की प्रस्तावना से पंथनिपरेक्षता और समाजवाद को निकाल देने की साजिश हो रही है और इसके जरिए संविधान की मूल भावना को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन यह भी तय है कि संविधान और संविधान द्वारा जनता का संघर्ष खड़ा करना फासीवादी हमले को परास्त करने का सबसे कारगर तरीका है

विश्वविद्यालय कैंपस में डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष आरवाईए महासचिव नीरज कुमार ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना का पाठ कर इसे बचाने का संकल्प दिलवाया। और कहा कि हमारा संविधान हमारे लोकतंत्र की रीढ़ है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि इसका हर एक अनुच्छेद सुरक्षित और संरक्षित रहे। आज देश के सामने अनेक चुनौतियाँ हैं। सामाजिक न्याय, समानता और धर्मनिरपेक्षता के मूल्यों को कमजोर करने के प्रयास हो रहे हैं।यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम संविधान में निहित आदर्शों की रक्षा करें और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर भारत का निर्माण करें। शहीदों ने उनकी कुर्बानियों का सम्मान करते हुए एक ऐसा भारत बनाना है, जहाँ हर व्यक्ति को समान अधिकार मिले, न्याय सुलभ हो, और लोकतंत्र की जड़ें और गहरी हों।

मौके पर भाकपा(माले) जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार, अरवाईए के बिहार राज्य अध्यक्ष जितेंद्र पासवान, राज्य सह सचिव, संदीप चौधरी, ओणम सिंह, आइसा नेता प्रिंस कर्ण, मयंक यादव, किसान महासभा के केशरी यादव, पप्पू खान, रंजन प्रसाद सिंह, रानी सिंह, देवेंद्र कुमार, रंजीत राम, रौशन कुमार, मोहम्मद फुल्कान अली, मोहम्मद हम्माद हाशमी, सहित कई लोग शामिल थे।