व्याख्यानमाला का हुआ आयोजन
#MNN@24X7 दरभंगा,
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर व्याकरण विभाग की विदुषी सहायक प्राचार्या और दूरदर्शन वार्तावली की प्रवाचिका डॉ. साधना शर्मा ने विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा के प्रति प्रेरित करते हुए कहा कि यह भाषा अत्यंत सरल है। संस्कृत व्यवहार की भाषा है, संस्कार की भाषा है।
छात्रों को व्याकरण शास्त्र पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि शब्द भण्डार वर्धन के लिए अमरकोश का भी अध्ययन बेहद जरुरी है। सोमवार को ब्रज भूषण संस्कृत महाविद्यालय खरखुरा ,गया में आयोजित संस्कृत एवं संस्कृति संवर्द्धन व्याख्यानमाला के अंतर्गत संस्कृत भाषा संवर्द्धन विषय पर बोलते हुए बतौर मुख्य वक्त्री डॉ शर्मा ने उक्त बातें कही।
उन्होंने कहा कि आजीविका के क्षेत्र में संस्कृत के छात्रों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए उन्होंने कहा कि भाषा का सम्यक् ज्ञानार्जन करने वाले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के क्षेत्र में भी अच्छा एंकर बन सकते हैं, अच्छा संपादक बन सकते हैं। इसके अलावा अनेक ऐसे क्षेत्र हैं जहां वे अपना भविष्य बना सकते हैं।
उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकान्त ने बताया कि इस तरह उन्होंने संस्कृत भाषा को पढ़ने में रुचि कैसे पैदा हो, इस विषय पर प्रेरणास्पद व्याख्यान दिया। मुख्य अतिथि का स्वागत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.जितेन्द्र कुमार ने किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ माता सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। इसके बाद महाविद्यालय के छात्र तन्मय पाठक और पीयूष पाठक ने वैदिक और पौराणिक मंगलाचरण की प्रस्तुति की।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. सुनील कुमार, डॉ. बालाजी कुमार शतपथी, सुशील कुमार तिवारी, उपेन्द्र कुमार मिश्र आदि उपस्थित रहें। मंच संचालन डॉ. अम्बुज त्रिवेदी तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. विदुषी आमेटा ने किया। अंत में राष्ट्रगान के द्वारा कार्यक्रम का समापन हुआ।