दरभंगा के 18 प्रखंडों में चल रहे हैं 25 महिला संवाद रथ,गाँव-गाँव में हो रहा संवाद*

#MNN24X7 दरभंगा, 13 मई दरभंगा जिले में महिला संवाद कार्यक्रम के 26वें दिन महिलाओं की उल्लेखनीय भागीदारी देखने को मिली।

बड़ी संख्या में महिलाओं ने इस कार्यक्रम में हिस्सा ली और इसे अपनी समस्याओं,अनुभवों और आकांक्षाओं को साझा करने का सशक्त मंच बनाई।

महिलाओं ने न केवल विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी ली,बल्कि पंचायत और गांव स्तर पर मौजूद समस्याओं जैसे शिक्षा,स्वास्थ्य,जलजमाव, वृद्धावस्था पेंशन, सोलर लाइट, सामुदायिक भवन, रोजगार, सिंचाई आदि मुद्दों पर भी खुलकर चर्चा की, इसके साथ ही उन्होंने लघु व कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहन देने की भी मांग रखी।

इस कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाओं ने बताया कि जीविका से जुड़ने के बाद उन्होंने छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू किए,जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ और समाज में उन्हें एक नई पहचान व सम्मान मिला।

इन अनुभवों ने अन्य महिलाओं को भी प्रेरित किया और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में उन्हें आगे बढ़ने का हौसला दिया।

बिहार सरकार की यह पहल ग्रामीण महिलाओं को उनके अधिकारों और योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ सामाजिक भागीदारी का अवसर भी प्रदान कर रही है।

यह कार्यक्रम एक ऐसा मंच बन गया है,जहां महिलाएं अपनी आवाज़ बेझिझक उठा पा रही हैं और अपनी समस्याओं को समाज और प्रशासन के समक्ष रख रही हैं।

दरभंगा जिले के सभी 18 प्रखंडों में कुल 25 महिला संवाद रथ गांवों में भ्रमण कर रहे हैं। इन रथों के माध्यम से ऑडियो संदेश,वीडियो फिल्में,सांस्कृतिक कार्यक्रम,लोक गीत,नुक्कड़ नाटक और समूह चर्चाओं के ज़रिए सरकारी योजनाओं की जानकारी रोचक व सरल रूप में महिलाओं तक पहुँचाई जा रही है।

रथों पर लगे एलईडी स्क्रीन के माध्यम से योजनाओं पर आधारित लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया जा रहा है, जिससे महिलाएं विषयवस्तु को आसानी से समझ सकें और योजनाओं से जुड़ने के लिए प्रेरित हो सकें।

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित महिलाओं के बीच योजनाओं से संबंधित सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित पम्पलेट्स और लीफलेट्स का वितरण भी किया गया। इन योजनाओं में महिला आरक्षण नीति, मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना, छात्रवृत्ति योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, मुख्यमंत्री नारीशक्ति योजना, सतत जीविकोपार्जन योजना, जीविका योजना और बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल हैं।

इन जानकारियों को सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया है ताकि महिलाएं स्वयं आवेदन कर सकें और इनका लाभ उठा सकें।

महिलाओं ने इस संवाद के अनुभव को बेहद सकारात्मक बताया और कहा कि यह कार्यक्रम उन्हें न सिर्फ योजनाओं की जानकारी देता है,बल्कि उनमें आत्मविश्वास भी भरता है।*

इससे अब वे न केवल आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं, बल्कि समाज में अपनी भूमिका को लेकर अधिक सजग और सक्रिय भी हो रही हैं।

महिला संवाद कार्यक्रम अब एक जनांदोलन का रूप लेता जा रहा है,जो महिलाओं को सशक्त,जागरूक और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर अग्रसर है।