नैतिक शिक्षा के बड़े हिमायती थे स्वामी जी:डॉ सिंह।
युवा दिवस पर प्रेरणा पक्ष कार्यक्रम आयोजित।
एक पखबाड़े तक होगी महापुरुषों की जीवनी पर चर्चा।
#MNN@24X7 दरभंगा, संस्कृत विश्वविद्यालय के युवा चेतना मंच एवं म० अ० रमेश्वरलता संस्कृत महाविधालय के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर रविवार को युवा प्रेरणा पक्ष का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति प्रो0 लक्ष्मी निवास पांडेय ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की सम्पूर्ण जीवनी युवाओं के लिए हमेशा प्रेरणादायी रही है।
विवेकानंद के वेदान्त और विज्ञान विषय पर वृहत चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि संस्कृत के साथ साथ अंग्रेजी पर युवाओं को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। ताकि वे भी विश्व पटल पर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कर सके।
कुलपति ने गीता के कर्म सिद्धांतों को भी युवाओं के लिए प्रेरणादायक बताया। उक्त जनकारी देते हुए पीआरओ निशिकान्त ने बताया कि रमेश्वरलता महाविद्यालय के सभागार में आयोजित युवा प्रेरणा पक्ष कार्यक्रम के दौरान ही कुलपति प्रो0 पांडेय ने पटना के राजकीय संस्कृत कालेज में आयोजित कार्यक्रम को भी ऑनलाइन सम्बोधित किया।
करीब एक पखबाड़े तक चलने वाले इस कार्यक्रम के मौके पर विभिन्न तरह की गतिविधियों समेत डॉ भीमराव अम्बेडकर, सुभाष चन्द्र बोस, सरदार बल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी समेत अन्य महापुरुषों के व्यक्तित्व व जीवन पर चर्चा की जाएगी। कुलपति ने नैतिक शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि हमारी संस्कृति परिवार की रही है न कि व्यापार की।
वहीं विशिष्ट अतिथि एलएनएमयू के पूर्व कुलसचिव प्रो0 अजित कुमार सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द अध्यात्म पुरुष थे। खासकर युवाओं में अध्यात्म चेतना को जागृत करने के लिए वे आज भी अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि भारत को विश्वपटल पर पुनःस्थापित के ले लिए यह युवा दिवस एक ठोस सन्देश देगा।
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि स्वामी जी हमेशा नैतिक शिक्षा को तबज्जो देते थे और कहते थे कि उस शिक्षा की क्या जरूरत जो युवाओं को मानव नहीं बना सकती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता आयोजक कालेज के प्रधानाचार्य डॉ दिनेश कुमार झा ने की एवं विषय प्रवर्तन हिंदी के प्रध्यापक डॉ निहार रंजन सिंह ने किया।
समारोह को सफल बनाने में डॉ. ममता पाण्डेय, डॉ रामसेवक क्षा, डॉ प्रियंका तिवारी, डॉ मुकेश प्रसाद निराला, पंकज मोहन झा महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम का संचालन युवा चेतना के
संयोजक डॉ सुधीर कुमार ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुनील कुमार ने किया। स्वागत भाषण बजट पदाधिकारी डॉ पवन कुमार झा ने और स्वागत गान चंदा कुमारी ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम की शुरुआत जयंत कुमार, डॉ मैथिली कुमारी व राधारमण द्वारा मंगलाचरण से हुई। दीपक कुमार, मनोज राम ने भी सहयोग किया।