आइसा–आरवाईए का सरकार को अल्टीमेटम।

BPSC–PT रद्द कर पुनः परीक्षा है मुख्य मांग।

पेपर लीक–परीक्षा माफिया तंत्र खत्म करने व लाठीचार्ज के दोषियों को दंडित करने की मांगें भी शामिल।

आत्महत्या नहीं सोनू कुमार की हुई है सांस्थानिक हत्या।

29 दिसंबर को पूरे बिहार में मोमबत्ती जलाकर दी जाएगी श्रद्धांजलि।

चक्का जाम में विपक्षी दलों व छात्र–युवा संगठनों से सक्रिय समर्थन की अपील।

#MNN@24X7 दरभंगा,28 दिसंबर, छात्र–युवा संगठन आइसा (AISA) और आरवाइए ( RYA) ने BPSC अभ्यर्थियों के चल रहे आन्दोलन के पक्ष में आज सरकार को अल्टीमेटम देते हुए घोषणा किया है कि रविवार तक पीटी परीक्षा रद्द कर नई तारीखों का ऐलान नहीं हुआ तब 30 दिसंबर को पूरे बिहार का चक्का जाम होगा।पटना–दिल्ली की डबल इंजन सरकार के बहरे कानों को सुनाने के लिए सड़क और रेलमार्ग जाम होगा।*

आइसा–आरवाईए की दरभंगा जिला इकाइयों की बैठक ऑनलाइन माध्यम से हुआ जिसमें आरवाईए राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने कहा है कि BPSC की 70वीं पीटी पटना समेत बिहार के अनेक केंद्रों पर पेपर लीक व घोर आपत्तिजनक अनियमितताओं के साथ सम्पन्न हुई. परीक्षा रद्द करने की लोकप्रिय मांग उठी. अभ्यर्थी ठंड में धरने पर बैठे. पर नीतीश–भाजपा सरकार न सिर्फ जिद्द में बहरी बनी रही बल्कि उल्टे न्याय की मांग कर रहे नौजवानों पर अंग्रेजी शासन की याद दिलाने वाला बर्बर लाठीचार्ज किया।

नीतीश-मोदी सरकार बिहार में सुशासन के बड़े बड़े दावे करती है पर एक परीक्षा सुचारु रूप से करा पाने में सफल नहीं है. लोकतांत्रिक मांगे उठाने पर जेल, फर्जी मुकदमे और बर्बर पुलिसिया दमन नियम बनते जा रहा हैं. याद करें कि इसी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन का विरोध कर रहे छात्र–छात्राओं पर भी लाठीचार्ज किया गया था।

आइसा–आरवाइए ने कहा है कि बिहार इस वक्त शिक्षा और परीक्षा माफियाओं के गिरफ़्त में है. समय पर डिग्री न मिलना, कॉलेज में शिक्षक न होना, परीक्षा में धांधली, पैसे पर बिकती नौकरी और डिग्री बिहार में आम चलन बनता जा रहा है. पर सरकार इन माफियाओं पर लगाम लगाने की बजाय युवाओं पर लाठियां चला रही है।

आइसा राज्य सह सचिव मयंक कुमार यादव ने कहा कि विदित है कि मुजफ्फरपुर केंद्र पर BPSC–PT परीक्षा देने वाले पटना जिले के पालीगंज के सोनू कुमार नाम के छात्र ने इस तनाव में अपनी जान ले ली. यह आत्महत्या नहीं सांस्थानिक हत्या है जिसका जवाब मोदी–नीतीश की जोड़ी को देना होगा. 30 दिसंबर के चक्का जाम की पूर्व संध्या 29 दिसंबर को पूरे बिहार में नौजवानों के बीच मोमबत्ती जलाकर सोनू कुमार को श्रद्धांजलि दी जाएगी।

आइसा–आरवाइए की राज्य व जिला इकाइयों ने सभी विपक्षी राजनीतिक दलों और छात्र–युवा संगठनों से अपील की है कि बिहार के भविष्य के लिए लड़ रहे नौजवानों के पक्ष में एकजुट आंदोलन के लिए आगे आएं और 30 दिसंबर के बिहार का चक्का जाम आंदोलन में सक्रिय हिस्सेदारी करें।

प्रमुख मांगें:

1. BPSC की 70वीं PT रद्द करो! परीक्षा की नई तारीखों की घोषणा जल्द करो!
2.पेपर लीक–परीक्षा माफिया तंत्र खत्म करो! सख्त कानून बनाओ!
3.पुलिस लाठीचार्ज के दोषियों को दंडित करो!
4.आंदोलनकारी छात्रों को जेल से रिहा करो! फर्जी मुकदमे वापस लो!
5.सोनू कुमार के परिजनों को 5 करोड़ का मुआवजा दो!