एनएसएस क्षेत्रीय निदेशालय तथा विश्वविद्यालय कोषांग से मांगी गई सूचनाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दें कार्यक्रम अधिकारी- डॉ चौरसिया।

#MNN24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा क्षेत्र के अंतर्गत स्थित मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर एवं बेगूसराय जिले के सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों की बैठक ऑनलाइन मोड में एनएसएस के विश्वविद्यालय समन्वयक डॉ आर एन चौरसिया की अध्यक्षता में आयोजित की गई। के भी एस, कॉलेज उच्चैठ, मधुबनी की कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ रिंकू कुमारी के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में स्वागत संबोधन एमएलएसएम कॉलेज, दरभंगा के डॉ सुजीत साफी ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन जीकेपीडी कॉलेज, कर्पूरीग्राम, समस्तीपुर के एनएसएस पदाधिकारी डॉ प्रेम कुमारी ने किया।

बैठक में जीडी कॉलेज, बेगूसराय की कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ सहर अफरोज तथा मिल्लत कॉलेज, दरभंगा की पूर्व एनएसएस अधिकारी डॉ सोनी शर्मा ने अपने लंबे एनएसएस अनुभवों को साझा किया। वहीं डॉ शशी शेखर द्विवेदी, डॉ कविता रावत, डॉ शालिनी कुमारी भवसिंका, डॉ अनुपम प्रिया, डॉ शंभू कुमार, डॉ दिनेश कुमार, डॉ सुधांशु कुमार राय, डॉ कमलेश मांझी, डॉ श्यामसुंदर शर्मा, डॉ विक्रम कुमार, डॉ दिलीप कुमार झा, डॉ रमेश कुमार, डॉ योगेश्वर साह, डॉ सुरेश राय, डॉ सोनू राम शंकर तथा उदय कुमार आदि ने संक्षेप में अपने विचार रखें।

अध्यक्षीय संबोधन में समन्वयक डॉ चौरसिया ने एनएसएस के स्वरूप, लक्ष्य, उद्देश्य, विविध एक्टिविटियों, शिविरों, आपसी समन्वय के महत्व, इकाई द्वारा गोद लेने वाले गांव या सलम एरिया का उद्देश्य एवं तरीका, इकाई स्तर पर एनएसएस गतिविधियों के लिए समुचित सहयोग प्राप्त करने के तरीकों, कॉलेज स्तर पर एनएसएस सलाहकार समिति के गठन एवं बैठक तथा रिपोर्टिंग पर विस्तृत जानकारी देते हुए बचे हुए इकाइयों का एसबीआई में सीएनए खाता खुलवाकर विश्वविद्यालय से मैपिंग करने पर जोर दिया।

उन्होंने एनएसएस कोषांग द्वारा पूर्व में मांगे गए इकाइयों के विस्तृत विवरण दो से तीन दिनों में उपलब्ध कराने का निर्देश देते हुए कहा कि सभी पदाधिकारी एनएसएस क्षेत्रीय निदेशालय, पटना तथा विश्वविद्यालय कोषांग द्वारा मांगी गई सूचनाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए ससमय उपलब्ध कराएं। बैठक में कार्यक्रम पदाधिकारियों द्वारा अनेक तरह के प्रश्न एवं समस्याएं रखी गई, जिनका समन्वयक ने उत्तर एवं समुचित समाधान बताया।