#MNN@24X7 नयी दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर शनिवार देर रात भगदड़ मचने से 18 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए।मरने वालों में नौ महिलाएं, पांच बच्चे और चार पुरुष शामिल हैं।सबसे बड़ा मृतक 79 साल का था, जबकि सबसे छोटी सात साल की बच्ची थी।प्लेटफॉर्म 14 और 15 पर प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में सवार होने के लिए यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी,जिसके बाद वहां भगदड़ मच गई।
सारा डेटा इकट्ठा करेगी पुलिस
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ की घटना की रविवार को दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर यह पता लगाया जाएगा कि अफरातफरी क्यों मची।दिल्ली पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि हमारा मुख्य लक्ष्य भगदड़ के मुख्य कारण का पता लगाना है।हम सीसीटीवी फुटेज और उस दौरान की गई घोषणाओं का सारा डेटा एकत्र करेंगे।
हादसे में इन लोगों की हुई मौत
मृतकों की पहचान आशा देवी (79), पिंकी देवी (41), शीला देवी (50), व्योम (25), पूनम देवी (40), ललिता देवी (35), सुरुचि (11), कृष्णा देवी (40), विजय साह (15), नीरज (12), शांति देवी (40), पूजा कुमारी (आठ), संगीता मलिक (34), पूनम (34), ममता झा (40), रिया सिंह (सात), बेबी कुमारी (24) और मनोज (47) के रूप में हुई है।
सीढ़ियों पर फिसलकर गिर पड़े लोग
उत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु उपाध्याय ने बताया कि पटना जाने वाली मगध एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म संख्या 14 पर खड़ी थी और नई दिल्ली-जम्मू उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म संख्या 15 पर खड़ी थी। हिमांशु उपाध्याय ने भगदड़ का कारण बताते हुए कहा कि कुछ लोग फुटओवर ब्रिज से प्लेटफॉर्म संख्या 14 और 15 की ओर सीढ़ियों से उतर रहे थे, तभी वे फिसलकर अन्य लोगों पर गिर गए। वहीं सूत्रों ने बताया कि रेलगाड़ियों के विलंब से चलने और हर घंटे 1,500 जनरल टिकट की बिक्री के कारण नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गई।
बता दें कि रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे मॉनिटरिंग का दावा किया जाता है।स्टेशन के हर प्लेटफाॅर्म की लाइव डीआरएम अपने ऑफिस में देखते हैं। इसके बावजूद स्टेशन पर वह उमड़ती भीड़ को नहीं देख सके।वहीं दूसरी तरफ से रेलवे की ओर से लगातार जनरल टिकट दिए गए। इससे भी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ का दबाव बढ़ गया।