#MNN@24X7 मेरठ, उत्तर प्रदेश के मेरठ से हैरतअंगेज मामला सामने आया है।जहां 44वीं वाहिनी पीएसी के जवान को काम में लापरवाही का नोटिस मिला तो जवाब में जवान ने लिखा कि पत्नी से विवाद चल रहा है,सपने में पत्नी छाती पर बैठ जाती है और मेरा खून पीने का प्रयास करती है। इसी के चलते मैं रात को सो नहीं पाता हूं। इसी कारण समय से ऑफिस नहीं पहुंच पाया, मुझे भगवान की शरण में जाने का रास्ता बताएं,ताकि मुझे सारे दुखों से मुक्ति मिल सके,मेरी जीने की शक्ति खत्म हो चुकी है,जिस कारण से मैं अपने आप को भगवान के चरण में समर्पित करना चाहता हूं।

पीएसी जवान का दिया गया यह जवाब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।अब इस लेटर को लेकर पीएसी कमांडेंट ने जांच शुरू कर दी है। पता किया जा रहा है कि यह जवाब किस जवान ने दिया था। साथ ही उसकी मनोदशा की जांच कराई जाएगी, ताकि कोई घटना न हो सके।

प्रभारी दलनायक ने दिया था नोटिस

44वीं वाहिनी पीएसी मेरठ के प्रभारी दलनायक मधुसूदन शर्मा की ओर से 17 फरवरी को एक जवान को नोटिस देकर जवाब तलब किया गया था। इस नोटिस में लिखा था कि 16 फरवरी को सुबह 9 बजे प्रभारी दलनायक द्वारा ड्यूटी के संबंध में ब्रीफ किया जा रहा था,लेकिन आप ब्रीफिंग में देरी से पहुंचे, जबकि समय पहले से ही बता दिया गया था।आपने शेविंग भी नहीं की थी,वर्दी का टर्नआउट अच्छा नहीं था। अक्सर देखा गया है कि आप दल के सामूहिक कार्यों एवं गणना में देर से पहुंचते हैं,जो आपका सरकारी कार्यों में रुचि न लेना परिलक्षित करता है। आपका यह कृत्य कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही को परिलक्षित करता है, जो कि पीएसी जैसे अनुशासित बल में घोर अनुशासनहीनता एवं स्वेच्छाचारिता का द्योतक है,ऐसा क्यों।

पीएसी जवान ने ये दिया था जवाब

पीएसी जवान ने अपने जवाब में लिखा कि प्रार्थी का 16 फरवरी को ब्रीफिंग में देर से पहुंचने का कारण यह है कि प्रार्थी को रात्रि में नींद नहीं आती है,प्रार्थी का अपनी पत्नी से विवाद चल रहा है और पत्नी सपने में जान से मारने की नीयत से मेरी छाती पर बैठकर मेरा लहू पीने का प्रयास करती है, जिस कारण से प्रार्थी रात्रि में सो नहीं पाता। इसी कारण प्रार्थी दिनांक 16 फरवरी 2025 को समय से ब्रीफ में नहीं पहुंच पाया था। प्रार्थी की डिप्रेशन व चिड़चिड़ापन की दवा चल रही है।प्रार्थी की माताजी को नसों की बीमारी है। इसी वजह से प्रार्थी काफी आहत है। प्रार्थी की जीने की शक्ति खत्म हो चुकी है, जिस कारण प्रार्थी अपने आप को भगवान के चरणों में समर्पण करना चाहता है। महोदय से हाथ जोड़कर विनम्र अनुरोध है कि प्रार्थी को भगवान की शरण तक पहुंचने का रास्ता बताने की कृपा करें, जिससे प्रार्थी अपने सारे दुख से मुक्ति पा सके। महोदय की अति कृपा होगी।

लेटर को लेकर बैठी जांच

इस नोटिस जारी करने वाले प्रभारी दलनायक मधुसूदन शर्मा वर्तमान में 44वीं वाहिनी में ही तैनात हैं। हालांकि ये अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका कि यह नोटिस किस जवान को दिया गया था और क्या जवाब इसी तरह से दिया गया था। ये भी खुलासा नहीं हुआ कि सोशल मीडिया पर किसने इस लेटर को वायरल किया। 44 वीं वाहिनी पीएसी के कमांडेंट सचिंद्र पटेल ने इस मामले में जांच बैठा दी है। पता किया जा रहा है कि चिट्ठी क्या है और किस संबंधित जवान को यह नोटिस दिया गया था। ये भी पता किया जा रहा है कि जवान को क्या समस्या है और क्या उपचार चल रहा है। ये लेटर कहां से वायरल हुआ, इसकी भी जांच की जा रही है।

सौजन्य से स्वराज सवेरा