#MNN@24X7 प्रतिदिन सुबह अखबार में छपी खबर आपको और हमको एहसास कराती है कि हम और आप भीड़ का हिस्सा बन चुके हैं। भीड़ कभी रेलवे स्टेशनों पर उमड़ती है,कभी राशन लेने के लिए राशन की दुकानों पर, कभी किसी धार्मिक आयोजन में तो कभी नौकरी की कतारों में।हम और आप हमेशा भागते रहते हैं,कभी ट्रेन पकड़ने के लिए, कभी सड़क पार करने के लिए, कभी अपनी बारी के इंतजार में,मगर इस भागदौड़ का अंत कब होगा।भीड़ इंसान को लील जाती है।
भीड़ सिर्फ संख्या नहीं होती।ये एक अनियंत्रित ताकत बन जाती है और व्यवस्था को चुनौती देती है।नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बढ़ती भीड़ और ट्रेनों की अव्यवस्था से एक बड़ा हादसा हुआ,जिसमें 18 की मौत हुई और एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए।बेहोशी की हालत में महिलाएं,बच्चे और बुजुर्गों को ट्रेन की बोगियों से बाहर निकाला गया।हर बार की तरह सरकारों के दावे आए,केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि स्थिति सामान्य है,यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई गई हैं,लेकिन क्या इससे हालात बदल जाएंगे।
भीड़तंत्र का यह हाल क्यों है। आखिर कब तक आप और हम भीड़ के जाल में फंसते रहेंगे। क्या आप और हम खुद को केवल एक लाइन में खड़े रहने के लिए ही बना लिया है।राशन की लाइन,सिम खरीदने की लाइन, परीक्षा फॉर्म जमा करने की लाइन,शराब की दुकान पर लगी लाइन,नौकरी की लाइन,कोविड के टीके की लाइन।क्या आपका और हमारा जीवन इन्हीं लाइनों में खड़े-खड़े खत्म होने के लिए है।
समस्या का समाधान सरकारों के पास नहीं,बल्कि आप और हमारे हाथों में भी है।आप और हमें खुद समझना होगा कि भीड़ से बचने के लिए खुद को व्यवस्थित करना होगा।आप और हमें अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।हर बार हादसे का शिकार कोई और होता है,लेकिन अगली बारी हमारी भी हो सकती है।
हादसे के बाद एक मां अपने बेटे का इंतजार करती है,एक बहन अपने भाई की राह तकती है, एक पत्नी अपने पति की सलामती की दुआ मांगती है,लेकिन लापरवाह रवैया और प्रशासन की ढील जारी रही तो ये इंतजार और दुआएं अधूरी ही रह जाएंगी।
अब समय आ गया है कि आप और हम अपनी जिम्मेदारी समझें,क्योंकि सरकारें शोक संवेदना व्यक्त करेंगे और जांच कराएंगी,फाइलों में रिपोर्ट दब जाएंगी।मुआवजे बांटे जाएंगे और आप और हम फिर भूल जाएंगे,लेकिन उन घरों का क्या,जिनके दरवाजे पर अब कोई लौटकर नहीं आएगा,क्या आप और हम फिर से किसी नई लाइन में लगने के लिए तैयार हैं।
सौजन्य से