#MNN@24X7 बिहार विधान सभा के मुख्य सचेतक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने बिहार बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट आम आदमियों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया। बढ़ती महंगाई को थामने में सरकार की बजट पूरी तरह नाकामयाब रहा। खाने पीने के चीजों पर एक भी दीर्घकालीन नीति नहीं दिखी और न ही लोगों का दर्द देख पाए।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का गरीब विरोधी चेहरा सामने आ गया है। उन्होंने बजट को ‘जुमला’ बताते हुए कहा कि रोजगार के लिए इस बजट में कुछ नहीं है l सरकारी भर्ती के लिए इस बजट में कुछ नहीं है l गरीब के लिए इस बजट में कुछ नहीं है l बुजुर्गों, विधवा तथा दिव्यांगों के सामाजिक सुरक्षा पेंशन को बढ़ाने, 200 यूनिट बिजली फ्री करने एवं महिलाओं को प्रति माह 2500 रूपये मासिक देने की मांग राजद लगातार कर रही है l लेकिन बिहार के वित्त मंत्री ने बिहार के लोगों खासकर गरीबों, कामकाजी तबकों, मजूदरों, किसानों और शिक्षित बेरोजगारों को धोखा दिया है l यह बजट गरीब विरोधी व जनविरोधी है l