अनुकंपा बहाली में टालमटोल बर्दाश्त नहीं, आंदोलन तेज किया जाएगा :- अमित कुमार।
विश्वविद्यालय प्रशासन वादाखिलाफी करना बंद करें – रौशन कुमार।
#MNN24X7 पूसा /समस्तीपुर 8 अगस्त,
बृहस्पतिवार को संध्या में पूर्व सूचना के अनुसार डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में वरीय तकनीशियन के पद पर कार्यरत बिहार विधानसभा 2020 चुनावी ड्यूटी के दौरान शहीद विनोद कुमार राय के आश्रित पत्नी चिंता देवी पुत्र मिथिलेश कुमार सहित दर्जनों अनुकंपा आश्रितों ने मशाल जुलूस निकालकर विश्वविद्यालय परिसर में कुलपति-कुलसचिव के खिलाफ जमकर किया नारेबाजी। अनुकंपा आश्रितों ने मशाल जुलूस मानस मंदिर से चलकर बैंक-चौक होते हुए पोस्ट ऑफिस चौक होते हुए विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार गोलंबर आकर सभा में तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षता अनुकंपा आश्रित नियुक्ति मोर्चा के संयोजक मिथिलेश कुमार ने किया
समर्थन में सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने कहा है मृतक के आश्रित के द्वारा वरीय अधिकारी को लगातार पत्र देने, लगातार मिलकर आग्रह करने के बाबजूद नियुक्ति के जगह सिर्फ आश्वासन देने से परेशान मृतक के आश्रित पत्नी चिंता देव एवं पुत्र मिथिलेश कुमार सहित दर्जनों अनुकंपा आश्रित ने दो बार अनशन भी कि किया दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन एवं जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद अनुकंपा बहाली की प्रकिया अभी तक पूरा नहीं किया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने वादाखिलाफी का परिचय दिया। विश्वविद्यालय प्रशासन की हिटलर शाही चरम सीमा पर है, भाकपा माले इसके खिलाफ पर पुरजोर आंदोलन शुरू करेगा।
भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य रौशन कुमार ने कहां की सामंती मानसिकता के वर्तमान कुलपति- कुलसचिव बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के कार्य में मृतक विनोद राय सहित दर्जनों अनुकंपा आश्रितों को अभी तक अनुकंपा नियुक्ति नहीं दिया यह घोर निंदनीय हैं, विश्वविद्यालय प्रशासन को पूसा की इतिहास को जान लेना जरूरी है, जब से यह अपने पदभार ग्रहण किया है, मजदूर और कर्मचारियों को शोषण कर रहे है, विश्वविद्यालय प्रशासन वादाखिलाफी करना बंद करें व नियुक्ति प्रक्रिया पूरा कर सभी अनुकंपा आश्रित को अभिलंब नियुक्ति पत्र दे।
अंत में अभ्यर्थी मिथिलेश कुमार ने कहा कि यह आंदोलन निरंतर चरणवद्ध अब जारी रहेगा। जब तक मांग पूरा नहीं होता है। मशाल जुलूस में चिंता देवी, आशा देवी, सुमित्रा देवी, रविन देवी, सूरज कुमार, रमेश कुमार, रवि रंजन, चन्दन कुमार, अमित कुमार, फनिश कुमार, आदित्य कुमार, प्रिंस कुमार, अमरेश कुमार, दीपंकज कुमार, प्रशांत कुमार, प्रिंस कुमार, मोनू कुमार, गोलू कुमार, मनोज कुमार, , कुंदन कुमार, राजा कुमार, संतोष कुमार, सुकेश कुमार, सहित दर्जनों समर्थक मौजूद थे।