राजनीति और संस्कृति दोनों जुड़वां बहनें हैं। क्रांति के लिए सांस्कृतिक क्रांति की जरूरत- डा० प्रभात कुमार।
बकौल कॉ वी० एम० यह वक्त चौतरफा पहल लेने का वक्त है- डा० सुरेंद्र प्रसाद सुमन।
#MNN@24X7 समस्तीपुर, 22 दिसंबर, जन संस्कृति मंच के प्रमुख संस्थापक इंकलाबी जनकवि महेश्वर जयंती समारोह सप्ताह (22-31 दिसम्बर) का शुभारंभ रविवार को शहर के मालगोदाम चौक स्थित भाकपा माले जिला कार्यालय में चर्चित बुद्धिजीवी डा० प्रभात कुमार की अध्यक्षता में हुआ।
बतौर मुख्य वक्ता जसम राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डा० सुरेंद्र प्रसाद सुमन ने कवि महेश्वर का एक गीत “सृष्टि बीज का नाश न हो हर मौसम की तैयारी है/ कल का गीत लिए होंठों पर आज लड़ाई जारी है।” को उद्धृत करते हुए कहा कि जनवादी क्रांति के लिए सांस्कृतिक क्रांति जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज संविधान, संविधान निर्माता बीआर अंबेडकर, लोकतंत्र पर हमला किया जा रहा है।
संविधानविरोधी भाजपा समर्थक तथाकथित दलित नेता संविधान एवं लोकतंत्र पर हमले पर चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह नहीं चलेगा। दलित का वोट भी चाहिए और दलितों पर सामंती- ब्राह्मणवादी हमले पर चुप्पी साधे रहेंगे, यह अवसरवादी राजनीति नहीं चलेगी। उन्होंने जनकवि महेश्वर को पूरी शिद्दत से याद करते हुए उन्हीं के शब्दों में कहा कि “आदमी को निर्णायक होना चाहिए”। आपको या तो संविधान, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता के पक्ष में खड़ा होना होगा या फिर मनुवादी संविधान लाने की कोशिश में लगे भाजपा एवं संघ के पक्ष में खड़ा होना होगा।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में डा० प्रभात कुमार ने कहा कि हमें मार्क्स- लेनिन से सिर्फ प्रेरणा ही नहीं लेनी है , बल्कि उनके सपनों कोजमीन पर उतारना भी है। जनवादी आन्दोलन के साथ-साथ जन सांस्कृतिक आन्दोलन भी चलाने की जरूरत है
कॉमरेड महेश्वर और कॉ गोरख पांडेय जैसे जनकवि कभी मरा नहीं करते।वे आज भी जनान्दोलनों और जनवादी साहित्यिक-सांस्कृतिक आन्दोलनों में जिंदा हैं।अध्यक्षीय उद्बोधन के अंत में इंकलाबी जनकवि महेश्वर की स्मृति में अपनी एक कविता “मैं मर नहीं सकता/जब तक हो नहीं जाता हर कवि आजाद” सुनाई!
मौके पर जन संस्कृति मंच, समस्तीपुर की 13 सदस्यीय जिला कमिटी भी पुनर्गठित की गई जिसके अध्यक्ष डा० प्रभात कुमार और सचिव अमलेंदु कुमार सर्वसम्मति से बनाये गए। रामविलास राय एवं बिरदेलाल यादव उपाध्यक्ष जबकी अरविंद आनंद एवं जसविंदर राम सह सचिव चुने गये। खुर्शीद खैर, वंदना श्रीवास्तव, दशरथ राम, डा० संगीता कुमारी, स्नेहलता कुमारी, विजेंद्र कुमार, प्रविंद कुमार राम जसम जिला कमिटी के सदस्य चुने गये।
गोष्टी को भाकपा माले जिला सचिव उमेश कुमार, राज्य कमिटी सदस्य बंदना सिंह, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, ललन कुमार समेत दर्जनभर से अधिक जन संस्कृति मंच के नेता- कार्यकर्ता ने संबोधित किया। जनकवि गोरख पांडे, साहित्यकार डा० सुरेंद्र प्रसाद का पुण्य तिथि मनाने की घोषणा की गई।