आयुक्त, महापौर, उपमहापौर को इससे कोई लेना-देना नहीं, क्या जिलाधिकारी ध्यान देंगे -सुरेंद्र प्रसाद सिंह।

#mnn24x7 समस्तीपुर, 28 जुलाई, सोमवार को वर्षा का जलजमाव शहर के विवेक-विहार मुहल्ला की सड़क पर हो जाने के कारण टूटा स्लैब दिखाई नहीं देने से नाले में गिरकर स्कूली बच्चा, रोगी, फल भेंडर समेत 5 लोग घायल हो गये। स्थानीय लोग, दुकानदार आदि के सहयोग से नाले में गिरे लोगों को बाहर निकाले जाने की बात बताई गई है।

जानकारी हो कि शहर के विवेक-विहार मुहल्ला के नाले का उड़ाही निर्माण के 5-6 साल बाद भी नहीं किया गया है। नाला गंदगी से पूरी तरह भरा पड़ा है। नाले का तीन-चार स्थानों पर स्लैब टूटा हुआ है। सोमवार को वर्षा बाद सड़क पर घूंटनेभर पानी लग गया। इसके कारण टूटा स्लैब दिखाई नहीं दिया और एक बाद एक करके 5 से अधिक लोग नाले में गिरते चले गये। हालांकि स्थानीय लोग, भाकपा माले कार्यकर्ता, दुकानदार आदि ने सहयोग कर गिरे लोगों को बाहर निकाला। उनके बिखरे सामानों को ईकट्ठा कर उन्हें सौंपा। भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने टूटा स्लैब में लकड़ी एवं झंडे लगा दिए थे लेकिन वाहनों का आवाजाही के कारण वह उखड़ता रहा।

इस बाबत स्थानीय नागरिक सह भाकपा माले जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि वार्ड पार्षद, आयुक्त, महापौर, उपमहापौर आदि को टूटे स्लैब, टूटे एवं गंदगी से भरे नाला, टूटे सड़क आदि की जानकारी की बार दी जा चुका है। ये समस्याएं मीडिया में प्रमुखता से छापा है। आयुक्त, महापौर का ब्यान भी छपा लेकिन टूटे स्लैब, नाला, सड़क आदि को ठीक नहीं किया गया जो खेदजनक है। माले नेता ने कहा कि नगर निगम के जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों को सिर्फ विकास योजनाओं में लूट-हिस्सेदारी से मतलब है, कार्यों को कराने में नहीं। उन्होंने कहा कि नकारा नगर निगम को जनता ने सही नामाकरण “समस्तीपुर नरक निगम” रखा है।

माले नेता ने कहा का यदि के टूटे स्लैब, नाले, सड़क आदि को अविलंब ठीक नहीं किया गया तो स्थानीय लोगों के साथ मिलकर भाकपा माले आयुक्त, महापौर एवं उपमहापौर का पूतला दहन आंदोलन शुरू करेगी।