पहुंचपथ, पर्चा, वासभूमि, आवास एवं 72 हजार से कम का आय प्रमाण-पत्र से वंचित दलित महिलाएं सीओ की अनुपस्थिति में मुख्यमंत्री से मिलने की घोषणा की।
प्रीपेड मीटर पर रोक लगाने एवं नगर निकाय का बेतहाशा टैक्स वापस लेने की मांग भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा।
#MNN@24X7 ताजपुर/समस्तीपुर, पहुंचपथ, वासभूमि, पर्चा, आवास एवं 72 हजार से कम का आय प्रमाण-पत्र से वंचित प्रखंड के विभिन्न पंचायतों से दलित महिलाएं शुक्रवार को अंचलाधिकारी से मिलने पहुंची लेकिन कार्यालय में अंचलाधिकारी के अनुपस्थिति से आक्रोशित होकर वे मुख्यमंत्री के समस्तीपुर आगमन पर मुख्यमंत्री से मिलने की बात कही।
मामला ताजपुर अंचल का है जहां दलित बस्ती मौलानाचक, बहादुरनगर, मुर्गियांचक, धोबिया पोखर, मानपूरा, चित्रसेन पोखर, अहलेतगमा, मुसहरी, रजबा मुसहरी आदि की महिलाएं अंचलाधिकारी से मिलने पहुंची लेकिन अंचलाधिकारी से मुलाकात नहीं होने पर उन्होंने मुख्यमंत्री के समस्तीपुर आगमन पर 13 जनवरी को मुख्यमंत्री से मिलने की घोषणा कर डाली।
हालांकि मौके पर उपस्थित भाकपा प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने अंचल कर्मियों के आग्रह पर एक आवेदन तैयार कर अंचल कार्यालय को सौंपकर रिसीव करवाकर महिलाओं को दे दिया।
इस बाबत पूछे जाने पर माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह बताया कि प्रीपेड मीटर पर रोक लगाने, नगर निकाय का बढ़ा हुआ टैक्स वापस लेने, 2 हजार से अधिक आय प्रमाण-पत्र का फार्म, भूमि, पर्चा एवं आवास का करीब 3 सौ फार्म करीब 2 महिना पहले अंचलाधिकारी को देकर बनवाने का आग्रह किया गया था जिसे अंचलाधिकारी ने अंचल कर्मी को आरटीपीएस में भेजवा देने का आदेश दिया था, इसी आलोक में महिलाएं आरटीपीएस में पहुंची लेकिन आरटीपीएस में फार्म नहीं होने की शिकायत पर वे अंचलाधिकारी से मिलने पहुंची थी लेकिन अंचलाधिकारी अनुपस्थित थी। पता लगाने पर फार्म अंचल में पाया गया जिसे अंचल कर्मी ने सीओ से पूछकर आरटीपीएस में फार्म पहुंचा देने की बात कहा। फिर माले नेता ने महिलाओं को समझा-बुझाकर अंचल से हटा दिया। हालांकि जाते-जाते महिलाएं 13 जनवरी को समस्तीपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री से मिलकर अपना मांग मुख्यमंत्री के समक्ष रखने की घोषणा की।