हत्यारे की जल्द गिरफ्तारी हो, मृतक के परिजनों को 25-25 लाख रूपये मुआवजा मिले-उमेश कुमार।

नीतीश सरकार से बिहार नहीं संभल रहा, सरकार का अधिकारियों पर एवं अधिकारियों का अपराधियों पर इकबाल खत्म-बंदना सिंह।

बढ़ते हत्या-अपराध पर रोक लगे- माले

#MNN@24X7 समस्तीपुर, 22 दिसंबर, मुक्तापुर डबल मर्डर कांड के खिलाफ हत्यारे की गिरफ्तारी, मृतक के परिजनों को 25-25 लाख रूपये मुआवजा देने, बढ़ते हत्या-अपराध पर रोक लगाने की मांग को लेकर भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने विरोध मार्च निकालकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पूतला दहन किया।

रविवार को बड़ी संख्या में भाकपा माले कार्यकर्ता शहर के मालगोदाम चौक स्थित जिला कार्यालय पर ईकट्ठा होकर अपने-अपने हाथों में मांगों से संबंधित तख्तियां, झंडे, बैनर लेकर आक्रोशपूर्ण नारे लगाकर बाजार क्षेत्र के मुख्य मार्गों का भ्रमण करते हुए मार्च स्टेशन चौक पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।

सभा की अध्यक्षता करते हुए जिला सचिव उमेश कुमार ने किया‌। सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य बंदना सिंह ने कहा कि शनिवार को मुक्तापुर में गुदरी बाजार निवासी विजय गुप्ता एवं उजियारपुर के रामकृष्णपुर डढ़िया असाधर निवासी दिव्यांग टोटो चालक गणेश सहनी की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। ताजपुर के रामापुर महेशपुर में दो लोगों को गोली लगी। जिले में लगातार हत्या- अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। भाजपा-जदयू की सरकार के संरक्षण में अपराधी-माफियाओं-दलाल-विचौलिया का मनोबल बढ़ा हुआ है। अधिकारी- पुलिस आम आदमी के बनिस्पत थाने पर, अंचल में अपराधियों के पक्ष में खड़े दिखाई देते हैं। यही कारण है कि अपराधी बेखौफ होकर हत्या- अपराध की घटना को अंजाम दे रहे हैं।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में जिला सचिव उमेश कुमार ने डबल मर्डर कांड के हत्यारे को अविलंब गिरफ्तार करने, मृतक के परिजनों को 25-25 लाख रूपये मुआवजा देने, बढ़ते हत्या-अपराध पर रोक लगाने की मांग की। अंत में बढ़ते हत्या-अपराध रोकने में विफल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पूतला फूंक कर विरोध किया गया।

मौके पर भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह, जीबछ पासवान, उपेंद्र राय, रामचंद्र पासवान, जयंत कुमार, ललन कुमार, प्रमिला राय, रंजीत राम, डा० खुर्शीद खैर, वीरेंद्र शर्मा, संजीत पासवान, शिव कुमारी देवी, डा० प्रभात कुमार, डा० सुरेंद्र सुमन, अमलेंदू कुमार, दशरथ राम, रामबली राय, सुनील कुमार राय, आरती कुमारी समेत अन्य दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।