SDO-DSP से सम्मानजनक वार्ता के बाद भाकपा माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने अनशन खत्म कराया।
#MNN24X7 समस्तीपुर, मिली जानकारी के मुताबिक, मुफस्सिल थाना कांड संख्या-264/25 के एक महीने बीतने के बाबजूद भी पुलिस-अपराधी मिलीभगत के कारण गिरफ्तार नहीं किए जाने के खिलाफ मगरदही, बारह पत्थर निवासी दीनबंधु सपरिवार द्वारा एसपी के समक्ष सोमवार से समाहरणालय पर शुरू किया गया अनिश्चितकालीन आमरण अनशन मंगलवार के दूसरे दिन अनुमंडल कक्ष में अनुमंडलाधिकारी दीलीप कुमार, अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक संजय कुमार पाण्डेय से पीड़ित दीनबंधु समेत भाकपा माले के सुरेंद्र प्रसाद सिंह आदि के साथ सम्मानजनक वार्ता हुई। अधिकारियों के मुकदमा का सुपरविजन कर तत्काल आरोपियों की गिरफ्तारी करने के आश्वासन के बाद आमरण अनशन समाप्त कर दिया गया।
मौके पर भाकपा माले के सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि पुलिस के मनमानी एवं भ्रष्ट कार्यशैली के कारण पीड़ितों को न्याय से वंचित रहना पड़ता है। शहर के अंदर बाहरी हथियारबंद अपराधियों को बुलाकर तांडव करवाया गया और पुलिस मुकदर्शक बनी रही। सीसीटीवी फूटेज में पिस्तौल, राॅड, लाठी, डंडे से किया जा रहा तांडव कैद हुआ, एफआईआर हुआ लेकिन पैसा-पैरवी के कारण अपराधी गिरफ्तार नहीं हुआ। यह जदयू-भाजपा के सुशासन की सरकार पर काला धब्बा है।
अनशनकारी महिला सुंदरी देवी ने कहा कि 264/25 मामले में पैसा इतना हावी रहा कि घटना के एक महीने से अधिक हो गया लेकिन एक भी अपराधी गिरफ्तार नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि डीएसपी स्तर से केस का सुपरविजन कर घटना का सुसंगत धारा जोड़कर सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने, पीड़ित परिजनों को सुरक्षा देने, तोड़फोड़ में बर्बाद संपत्ति का मुआवजा देने की मांग की।
पीड़ित अनशनकारी दीनबंधु प्रसाद ने बताया कि अगर हमारी मांग तत्काल पूरा नहीं किया जाता है तो 15 दिन बाद समाहरणालय परिसर में पुनः अनशन-आत्मदाह करने को मजबूर होंगे।