समस्तीपुर रेलवे विस्तार एवं विकास समिति के बैनर तले वर्कशॉप पर होगा अनशन आन्दोलन- सुरेंद्र प्रसाद सिंह।
वर्ष 2016-17 के बजट से वर्कशॉप मद में प्राप्त 63 करोड़ 82 लाख 57 हजार रूपये का हो सदुपयोग-रामविनोद पासवान।
#MNN24X7 समस्तीपुर, 29 मई मस्तीपुर रेलवे वर्कशॉप में पीओएच वैगन निर्माण के लिए वर्ष 2014-15 में कार्य स्वीकृति के बाद बजट 2016-17 में मिले 63 करोड़ 82 लाख 57 हजार रुपए का उपयोग नहीं किया जा सका है। यह समस्तीपुर रेल मंडल के अकर्मण्यता को दर्शाता है। यदि अविलंब पीओएच वैगन निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जाता है तो समस्तीपुर रेल विस्तार एवं विकास मंच के बैनर तले वर्कशॉप पर क्रमिक उपवास आंदोलन शुरू किया जाएगा।
रेल विस्तार विकास मंच की बैठक के बाद उक्त आशय की जानकारी देते हुए रेल विस्तार एवं विकास मंच के संयोजक सह भाकपा नेता शत्रुधन राय पंजी ने आगे कहा कि लंबी संघर्ष के बाद रेलवे वर्कशॉप में पीओएच कार्य की स्वीकृति 2014-15 में मिली। बजट 2016-17 में पीओएच निर्माण के लिए 63 करोड़ 82 लाख 57 हजार रुपए आवंटित किया गया। इसमें से 1लाख रूपए निकासी भी किया गया। निर्माण कार्य शुरू करने से पहले सर्वेक्षण कमिटी ने जगह का कम होना बताकर उपकरण पुराने पड़े उपकरण कार्यालय को तोड़फोड़ कर पर्याप्त जगह मुहैया कराने का प्रस्ताव दिया लेकिन समस्तीपुर रेल मंडल के अकर्मण्यता के कारण न उपकरण कार्यालय को तोड़कर जगह मुहैया कराया गया और न ही पीओएच वैगन निर्माण शुरू हुआ। तबसे यह मामला ठंढ़ा बस्ता में पड़ा है।
मंच के सदस्य सह भाकपा माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि वर्कशॉप में पीओएच निर्माण कार्य यथाशीघ्र शुरू हो अन्यथा वर्कशॉप पर मंच के बैनर तले क्रमिक उपवास आंदोलन शुरू होगा। उन्होंने भोला टाकीज एवं मुक्तापुर रेल गुमटी पर औवरब्रीज निर्माण कार्य शुरू करने, कर्पूरीग्राम-ताजपुर-महुआ-भगवानपुर, केबल स्थान-कर्पूरीग्राम एवं दलसिंहसराय-पटोरी नई रेल लाईन को मंजूरी देने, माधुरीचौक स्थित चिल्ड्रेन पार्क का जीर्णोद्धार करने, रेल अस्पताल का विस्तार करने, अटेरन चौक रेल गुमटी पर औवरब्रीज निर्माण को स्वीकृति देने की मांग की।
मंच के सदस्य सह राजद नेता रामविनोद पासवान ने कहा कि पीओएच निर्माण मद में मिला 63 करोड़ 82 लाख 57 हजार रुपए का पीओएच निर्माण कार्य शुरू कर सदुपयोग हो। यह रेलवे के साथ समस्तीपुर जिला के लिए भी एक उपलब्धि होगा अन्यथा मंच आंदोलन करेगी।