सरसौना सीमेंट फैक्ट्री मजदूर मौत कांड एवं पुलिसिया कार्यवाही के खिलाफ प्रतिरोध मार्च निकालकर भाकपा माले ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका।

मृत मजदूर के शव को छुपाकर सीमेंट फैक्ट्री कांड कराने के जिम्मेवार सेफ्टी मैनेजर आदित्य कुमार झा को जेल में बंद करे पुलिस-उमेश कुमार।

तमाम कर्मियों की सूची सार्वजनिक करते हुए बीमा कराये प्रबंधन-सुरेंद्र प्रसाद सिंह।

फैक्ट्री के प्रदूषण से किसानों की फसल- स्वास्थ्य रक्षा की गारंटी करें प्रबंधन-ललन कुमार।

#MNN@24X7 समस्तीपुर,16 दिसंबर, सरसौना-ताजपुर सीमेंट फैक्ट्री में मजदूर मौतकांड के खिलाफ भाकपा माले ने प्रतिरोध मार्च निकालकर मुख्यमंत्री का पूतला फूंका।

सोमवार को बड़ी संख्या में भाकपा-माले कार्यकर्ता शहर के मालगोदाम चौक स्थित भाकपा माले जिला कार्यालय पर इकट्ठा होकर अपने-अपने हाथों में मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां लेकर जिलाव्यापी कार्यक्रम के तहत प्रतिरोध मार्च निकाला। नारे लगाकर मार्च बाजार क्षेत्र के विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए स्टेशन चौक पहुंचकर मार्च सभा में तब्दील हो गया।

सभा की अध्यक्षता जिला सचिव उमेश कुमार ने किया। सभा का संचालन सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने किया। ललन कुमार, जीबछ पासवान, रामचंद्र पासवान, उपेंद्र राय, संजीत पासवान, राजकुमार चौधरी, अनील चौधरी समेत सुरेश ठाकुर, तनंजय प्रकाश , उमेश राय, अन्नू अली, ललन राय, उमेश कुमार आदि ने सभा को संबोधित किया।

सभा को संबोधित करते हुए खेग्रामस के जिला सचिव जीबछ पासवान ने कहा कि 12 दिसंबर को करीब 2 बजे रात्रि सीमेंट फैक्ट्री में दबकर सूर्यकांत राम की मौत हो गई। मजदूर को सदर अस्पताल के चिकित्सक ने मजदूर को मृत घोषित कर दिया। सेफ्टी मैनेजर आदित्य कुमार झा पुलिस अभिरक्षा से अस्पताल से शव को लेकर फरार हो गये। शव को फैक्ट्री नहीं ले जाकर फेंकने के उद्देश्य से वैशाली के डभैत चौर लेकर चले गये। जब मृतक के चचेरे भाई नागेंद्र राम ने शव को फेंकने का विरोध किया तो सेफ्टी मैनेजर से उसे पिटने लगा। चिखने-चिल्लाने पर स्थानीय ग्रामीण इकट्ठा हो गये। माजरा को समझ कर शव को लेकर फैक्ट्री पहुंचा दिए जहां आक्रोशित लोगों हंगामा पर उतारू हो गये। हंगामा शांत कराने को पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसमें दर्जनों ग्रामीण घायल हो गये। हंगामा में घूसे असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव किया। इसमें आधे दर्जन पुलिस कर्मी घायल हो गये। पुलिस ने 152, 153 एवं 154/2024 तीन प्राथमिकी दर्ज कर 15 नामजद एवं 150 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज किया। पुलिस सोची-समझी राजनीति के तहत दोषी सेफ्टी मैनेजर को बचा रही है और निर्दोष लोगों को एफआईआर में डाल रही है। घर में घूस कर निर्दोष महिला-पुरूष को पिटा जा रहा है।

किसान महासभा के जिला सचिव ललन कुमार ने कहा कि फैक्ट्री को वृक्षारोपण करना था, फैल रहे प्रदूषण को रोकने की व्यवस्था करना था लेकिन फैक्ट्री से निकले प्रदूषण से किसानों का फसल, पेड़-पोधे बर्बाद हो रहा है। यह घोर निंदनीय है। अगर फैक्ट्री प्रदूषण नियंत्रण का काम नहीं करती है तो किसान महासभा आंदोलन शुरू करेगी।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में जिला सचिव उमेश कुमार ने कहा कि शव छुपाकर फैक्ट्री कांड करवाने के जिम्मेवार सेफ्टी मैनेजर आदित्य कुमार को हटाने, निर्दोष लोगों का नाम एफआईआर से हटाने, निर्दोष लोगों का नाम एफआईआर में डालने पर रोक लगाने, सभी मजदूरों का बीमा कराने, कर्मियों के नामों की सूची को सार्वजनिक करने, फैक्ट्री से फ़ैल रहे प्रदूषण पर रोक लगाने की मांग की है।

अंत में कांड एवं पुलिसिया जुल्म का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पूतला फूंका गया। व्योवृद्ध भाकपा माले नेता योगेंद्र राऊत ने पूतला को अग्नि को समर्पित किया।