कॉ. विनोद मिश्र का सपना था कि सत्ता सही अर्थों में जनता के हाथ में और प्रत्येक नागरिक पूरी तरह आजाद हो:- रौशन कुमार।

भाकपा-माले के दिवंगत महासचिव विनोद मिश्रा के 27वें स्मृति दिवस पर अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ लड़ने का लिया गया संकल्प।

#MNN24X7 पूसा ’18 दिसंबर, भाकपा माले के दिवंगत महासचिव काॅमरेड विनोद मिश्र सर्वहारा आंदोलन के महानायक थे। वे हमेशा गरीबों के हित में आंदोलन करते रहे। आज भी वे वामपंथी क्रांतिकारियों के लिए प्रेरणा के स्रोत बने हुए हैं। उक्त बातें बृहस्पतिवार को प्रखंड के दक्षिणी हरपुर पंचायत में पार्टी के दिवंगत महासचिव विनोद मिश्र की 27वें स्मृति दिवस पर आयोजित संकल्प सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने कहा। माले प्रखंड सचिव अमित कुमार की अध्यक्षता में झंडोत्तोलन के बाद संकल्प सभा आयोजित की गई। इस दौरान काॅ. विनोद मिश्र याद करते हुए कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने आगे कहा कि देश में बढ़ते फासीवादी ताकतें व काॅरपोरेट लूट के खिलाफ मेहनतकश मजदूरों, छात्र-नौजवानों का शक्तिशाली आंदोलन ही विकल्प होगा। आगे कहा कि संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों के बल पर फासीवादी हमले के खिलाफ जनता का व्यापक संघर्ष खड़ा करने की जरूरत है।

संकल्प सभा में भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य सह आरवाईए जिला सचिव रौशन कुमार ने कहा कि कॉमरेड विनोद मिश्र का सपना था कि सत्ता सही अर्थों में जनता के हाथ में हो और प्रत्‍येक नागरिक पूरी तरह आजाद हो एक ऐसा भारत जिसमें एकता का आधार विविधता के सम्‍मान में हो जहां मतभिन्‍नतायें नफरत भड़काने और जनता को बांटने के लिए इस्‍तेमाल न हों, जहां लोकतंत्र की ताकत असहमति का सम्‍मान और आपसी संवाद में हो. उन्‍होंने ऐसे भारत का सपना देखा था जिसमें धर्म और राजनीति का घालमेल बिल्‍कुल न हो और राजनीति गैरबराबरी, उत्‍पीड़न और शोषण पर आधारित समाज व्‍यवस्‍था के विरुद्ध सामाजिक परिवर्तन का औजार बने।

मौके पर भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य रौशन कुमार, प्रखंड कमिटी सदस्य दिनेश राय, अखिलेश सिंह, राजाराम सिंह, जितेंद्र राय, शोभा देवी, मुन्नी कुमारी, शीला देवी, बिंदु देवी, सुशीला देवी आदि मौजूद थे।