सावित्रीबाई फुले एवं फातिमा शेख सामाजिक क्रांति की अग्रदूत थीं- बंदना सिंह।
सावित्रीबाई फुले एवं फातिमा शेख से प्रेरणा लेते हुए महिलाओं की हो प्रताड़ना, हत्या, अपराध, बलात्कार, दहेज हत्या के खिलाफ संघर्ष तेज करें- ऐपवा।
#MNN@24X7 ताजपुर/समस्तीपुर, अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला ऐसोसिएशन (ऐपवा) द्वारा घोषित 3 से 9 जनवरी तक राज्यव्यापी सावित्रीबाई फुले एवं फातिमा शेख जयंती सप्ताह के तहत मंगलवार को ताजपुर नगर परिषद क्षेत्र के बहादुरनगर वार्ड संख्या 1 में सावित्रीबाई फुले एवं फातिमा शेख का संयुक्त जयंती मनाई गई। महिला कार्यकर्ताओं ने उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
मौके पर बतौर मुख्य अतिथि सभा को संबोधित करते हुए ऐपवा जिला अध्यक्ष बंदना सिंह ने कहा कि सावित्रीबाई फुले एवं फातिमा शेख प्रथम महिला शिक्षिका थीं जिन्होंने महिलाओं को शिक्षित करने के साथ समाज में फैले कुरीतियों-अंधविश्वासों के खिलाफ महिलाओं को जागरूक किया। इन्होंने बाल-विवाह के खिलाफ महिलाओं को जागरूक किया। विधवा विवाह पर रोक के खिलाफ मुखर रहीं।
आगे ऐपवा नेत्री ने कहा कि आज देश में हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत का बीज बोया जा रहा है। ऐसी स्थिति में हिंदू सावित्रीबाई फुले एवं मुस्लिम फातिमा शेख की मिशाल बनी बहनापा से प्रेरणा लेकर नफरत के खिलाफ एकता का माहौल बनाकर शिक्षा का निजीकरण के खिलाफ एवं समान शिक्षा प्रणाली लागू करने समेत महिलाओं पर बढ़ते प्रताड़ना, दमन, हिंसा, हत्या, ब्लातकार के खिलाफ संघर्ष तेज करना होगा।
सभा की अध्यक्षता रजनी देवी ने की जबकि सभा को संबोधित रधिया देवी, नीलम देवी, खेग्रामस के प्रखंड सचिव प्रभात रंजन गुप्ता, भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह आदि ने संबोधित किया। अंत में भाकपा माले द्वारा पटना के गांधी मैदान में 9 मार्च को होने वाला महाजुटान बड़ी भागीदारी दिलाकर सफल बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया।