सब्जी इतना सस्ता भी नहीं होना चाहिए कि किसान खेती करना छोड़ दे या जान दे दे- ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह।

कीमत नहीं मिलने पर फूलगोभी लगा खेत जोतवा रहे किसान।

अन्य हरी सब्जियां भी काफी सस्ती।

#MNN@24X7 ताजपुर/समस्तीपुर, 2 रूपये किलो में भी फूलगोभी का खरीददार नहीं है मोतीपुर सब्जी मंडी में फलत: किसान फूलगोभी लगा खेत जोतवा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि फूलगोभी की ही कीमत नहीं है बल्कि सभी हरि सब्जियां भी काफी सस्ती है।

जी हां, मोतीपुर सब्जी मंडी में 2 रूपये किलो भी फूलगोभी का खरीददार नहीं है। यदि किसान फूलगोभी मंडी में लेकर आता है, एक रूपये किलो बिक भी जाता है तो फूलगोभी कटाई, ढ़ुलाई, भाड़ा एवं एक रूपए किलो गद्दी खर्च घर से किसानों को देना पड़ता है। फलत: किसान या तो खेत में फूलगोभी खेत में ही छोड़ दें रहे हैं जहां गोभी खराब हो रहा है या फिर कुछ किसान अगली फसल लगाने को फूलगोभी लगा खेत ही जोतवा रहे हैं।

आधारपुर पंचायत के योगियामठ के किसान पवन साह ने अपना गोभी लगा खेत जोतवा दिया वहीं योगियामठ के किसान नन्नी साह के खेत में गोभी खराब हो रहा है। इसी तरह प्रखंड के शादीपुर, मनपूरा, कोठिया, फतेहपुर, बाघी, मोतीपुर आदि पंचायत-गांवों में फूलगोभी का यही हाल है वे या तो खराब होने को खेत में छोड़ दिया गया है या फिर फूलगोभी लगा खेत जोतवा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि फूलगोभी का ही यह हाल है बल्कि बंधा गोभी 2-3 रूपये किलो, बैगन 3-4 रूपये किलो, टमाटर 10 रूपए किलो, मूली 3-4 रूपये किलो, धनिया पत्ता 20-30 रूपये किलो आदि सब्जी भी कम कीमत पर बिक रही है।

इस बाबत पूछे जाने पर किसान नेता ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि सब्जी इतना सस्ता भी नहीं होना चाहिए कि किसान खेती करना छोड़ दे या फिर अपना जान दे दे। उन्होंने सब्जी मंडी के पास सब्जी रखने वाला कोल्डस्टोरेज, मिक्स आचार बनाने समेत कृषि उत्पाद आधारित उद्योग-धंधे, कल-कारखाने लगाने की मांग की है।

भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कृषि अधिकारी से फसल बर्बाद का सर्वे कर किसानों को नये फलस लगाने के लिए नि: शुल्क बीज, खाद, बिजली, पानी किसानों को देने, कृषि लोन माफ करने की मांग की है।