बिहार के गरीबों, पिछड़ों और दलितों को मतदाता सूची से नाम काटने की साजिश नहीं चलेगा:- इंडिया गठबंधन।

#MNN24X7 पूसा/ समस्तीपुर 9 जुलाई, गरीबों के मताधिकार को छिन्ने के लिए चुनाव आयोग की ओर से वोटर पुननिरीक्षण अभियान चलाये जाने के विरोध में इंडिया गठबंधन के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर आज प्रखंड के विभिन्न जगहों जैसे पूसा रोड, गढ़िया चौक, पूसा बाजार में ज़बरदस्त चक्का जाम आंदोलन आयोजित किया गया। तत्पश्चात सभा का आयोजन किया गया। अध्यक्षता राजद प्रखंड महासचिव सुबोध राय, भाकपा माले प्रखंड सचिव अमित कुमार, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष दिनेश ठाकुर, VIP प्रखंड उपाध्यक्ष उपेंद्र शाह ने संयुक्त रूप से व संचालन भाकपा माले जिला कमेटी सदस्य रौशन कुमार ने किया।

भाकपा माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने कहा कि यह वोटर पुनरनिरीक्षण अभियान दरअसल मतदाता सूची से गरीब, दलित, महिला, अल्पसंख्यक और विपक्षी समर्थक मतदाताओं को योजनाबद्ध ढंग से हटाने की साजिश है। यह जनतंत्र नहीं, ‘डर का तंत्र’ बनाने की कोशिश है। सरकार जनता के अधिकारों पर हमला कर रही है। वोटर लिस्ट से नाम हटाकर लोकतंत्र की जड़ें खोदने की साजिश की जा रही है।

राजद प्रखंड महासचिव सुबोध राय ने कहा कि प्रदर्शन में बड़ी संख्या में युवा, किसान, महिलाएं और स्थानीय नागरिक शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए – “वोटर लिस्ट से नाम हटाना बंद करो”, “लोकतंत्र की हत्या नहीं सहेंगे”,और “तुगलकी फरमान वापस लो”

कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष दिनेश ठाकुर ने कहा कि बिहार में चुनाव आयोग द्वारा जारी विशेष सघन मतदाता पुनरीक्षण यह केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि संविधान और मताधिकार की रक्षा के लिए इंडिया गठबंधन की की निर्णायक हस्तक्षेप है। आरोप लगाया है कि यह पूरी प्रक्रिया नए युवा वोटर, गरीब, दलित, मजदूर, प्रवासी और वंचित तबकों को मतदाता सूची से बाहर करने की साजिश है।

कांग्रेस प्रखंड उपाध्यक्ष शिवराम ठाकुर ने कहा कि यह आंदोलन सिर्फ एक प्रशासनिक प्रक्रिया के खिलाफ़ नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए उठाया गया एक बड़ा कदम है।

आरवाईए जिला सचिव रौशन कुमार ने कहा कि बिहार का मामला भर नहीं, बल्कि पूरे देश के मतदाताओं के भविष्य का सवाल है और अगर आज चुप रहे तो कल हर राज्य में गरीबों और वंचितों के वोट छीने जाएंगे। हमारी संविधान की यही खूबसूरती थी कि देश का गरीब हो या अमीर, दलित- पिछड़ा हो या स्वर्ण, देश का राष्ट्रपति हो या या किसान, मजदूर , भूमिहीन या सफाईकर्मी सबको अंबेडर साहब ने एक वोट का अधिकार दिया था। इस वोट का अधिकार को छीनकर कर पिछड़ों , दलितों के बढ़ते दावेदारी को कुचलना चाहती है। वोट का अधिकार मतलब गरीब का राज्य। इस राज को खत्म करना चाहती है। 12 दिनों के मतदाता पुनरीक्षण में सिर्फ 14% ही कर पाया है। बाकी 18 दिनों में 86% मतदाताओं का पुनरीक्षण कैसे संभव है मोदी और नीतीश सरकार को बताना होगा। यह लोकतंत्र की आत्मा पर हमला है। हम ​यह किसी कीमत पर नहीं होने देंगे। इसके खिलाफ आज पूरे बिहार का चक्का जाम किया गया।

चक्का जाम में राजद नेता रामशरण महतो, शत्रुघ्न सिंह, चंद्रशेखर राय, श्याम सिंह, युवा राजद नेता अध्यक्ष पंकज कुमार, अशोक राय अंतू राय, विजय शाह, नीतू कुमारी, कविता देवी, शंकर बाबा, रामदेव, मुकेश कुमार, उमेश गुप्ता, वशिष्ठ राय, उषा देवी कांग्रेस नेता उपाध्यक्ष शिवराम ठाकुर, युवा कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष अजय कुमार, वैद्यनाथ शर्मा, सुनील कुमार, हरिलाल राम, रामू राम, विशाल कुमार, मोहम्मद साकिब, मो० मोहिद्दीन, उमेश राय, भार्गव कुमार, अभय कुमार सिंह भाकपा माले नेता रौशन कुमार, रविंद्र सिंह, अखिलेश सिंह, राजाराम सिंह, मुकेश कुमार, राजीव कुमार, राहुल कुमार, मनीष कुमार सहित सैकड़ो समर्थन लोग उपस्थित थे।