संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली के सहयोग से नाट्य संस्था कलर व्हील दरभंगा के 25 दिवसीय प्रस्तुति परक अभिनय कार्यशाला का आज 12/07/22 को अंतिम दिन है। ज्ञात हो की कार्यशाला में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के स्नातक इस कार्यशाला के निर्देशक और कलर व्हील के संस्थापक श्याम कुमार सहनी ने आसपास के विभिन्न जिलों के प्रशिक्षुओं को क्राफ्ट के साथ-साथ थिएटर की बारीकियों की भी जानकारी दी।

वही इस प्रस्तुति परक कार्यशाला में फणीश्वर नाथ रेणु लिखित कहानी “रसप्रिया” की नाट्य प्रस्तुति आज संध्या मैथिली साहित्य परिषद दिग्घी पश्चिम के परिसर में की जायेगी । बताते चलें कि लोक कला और प्रेम के सौंदर्य की असाधारण गाथा है “रसप्रिया”। फणीश्वर नाथ रेणु द्वारा लिखित कहानी मृदंगिया रमपतिया और मोहना के इर्दगिर्द घूमती है।

रसप्रिया एक ऐसी कहानी है जिसमें प्रेम, त्याग, जातिवाद, बाल-विवाह और समर्पण के साथ साथ लोक कला की विलुप्त होती परंपरा को कहानी के माध्यम से आज हमारे समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा । नाटक के बीच रमपतिया का मृदंगिया को श्राप देना और मृदंगिया की ऊंगली टेढ़ी हो जाना दर्शकों को कांपने पर मजबूर कर देगा। तो वहीं दूसरी ओर मोहना के प्रति मृदंगिया का विशुद्ध प्रेम दर्शकों को भावविभोर कर देगा।