बाबू चंद्रधारी सिंह की 126वीं जयंती रविवार को सीएम साइंस कॉलेज में मनाई गई। प्रधानाचार्य प्रो दिलीप कुमार चौधरी के साथ अन्य शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने महाविद्यालय परिसर में स्थापित बाबू चन्द्रधारी सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।

मौके पर प्रधानाचार्य प्रो दिलीप कुमार चौधरी ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व की चर्चा करते हुए बाबू चन्द्रधारी सिंह को मिथिला के उन दिग्गजों में से एक बताया, जिन्होंने ब्रिटिश शासन के दौरान और उसके बाद भी मिथिला में भारतीय शैक्षिक परंपरा और संस्कृति की बहाली के लिए निरंतर प्रयास किया। मिथिला महाविद्यालय को आर्थिक संकट से उबारने में उनकी महती भूमिका की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हालांकि उनकी इस सहायता का ही प्रतिफल रहा कि महाविद्यालय का नामकरण उनके नाम पर हुआ लेकिन उनके इस अभूतपूर्व मदद के लिए समस्त महाविद्यालय परिवार हमेशा उनके प्रति कृतज्ञ बना रहेगा।

उन्होंने कहा कि बाबू चन्द्रधारी सिंह मिथिला मे शिक्षा के प्रसार के साथ साथ इसकी संस्कृति, कला और विरासत के संरक्षण के हिमायती थे। उनके अभूतपूर्व सहयोग से संरक्षित दरभंगा का यह महाविद्यालय और चन्द्रधारी संग्रहालय इसके जीवंत प्रमाण हैं।

मौके पर गणित विभागाध्यक्ष डॉ अभय सिंह, जंतु विज्ञान विभाग के शिक्षक डॉ कुमार मनीष, भौतिकी विभाग के शिक्षक डॉ अजय कुमार ठाकुर, प्रधान सहायक कृष्ण कुमार चौधरी, आइक्यूएसी सहायक प्रवीण कुमार झा, स्थापना सहायक चेतकर झा, पवन कुमार ठाकुर, चन्द्र कांत चौधरी, रमेश कुमार कामति, गोपाल सिंह, दिलीप मंडल आदि उपस्थित थे।