महिलाओं के रोजगार सृजन में मिथिला पेंटिंग अहम साबित हो रहा है।इसके जरिए वर्तमान दौर में कलाकारों को ना सिर्फ आमदनी हो रही है बल्कि उन्हें ख्याति भी मिल रही है।वैसे मिथिला पेंटिंग का जुड़ाव मिथिलांचल की संस्कृति से रहा है।इस पेंटिंग कला का ईजाद मिथिला की महिलाओं ने ही किया है।यह मिथिला की प्राचीन महिलाओं की नैसर्गिक प्रतिभा का भी बोधक है।

ये बातें सदर प्रखंड के सारा मोहम्मदपुर पंचायत की वार्ड सदस्या शोभा देवी ने कही।वे डॉ प्रभात दास फाउण्डेशन के द्वारा चलाए गए मिथिला पेंटिंग प्रशिक्षण शिविर की की प्रतिभागियों को संबोधित कर रही थी।मौके वार्ड सदस्या शोभा देवी ने फाउण्डेशन के प्रशिक्षण शिविर की 39 प्रशिक्षुओं को प्रमाणपत्र भी प्रदान किया।प्रशिक्षिका शोभा देवी ने बताया कि शिविर में मिथिला पेंटिंग बनाने के साथ ही ऑनलाइन मॉर्केटिंग का भी गुर सिखाया गया है।

इस कार्यक्रम का संचालन अनिल सिंह ने किया।कार्यक्रम में गुड़िया देवी पिंकी कर्ण, रुणा कुमारी,प्रियंका कुमारी, संगीता कर्ण,रूबी देवी, प्रियंका कुमारी, वर्षा कुमारी, अनुराधा
कुमारी,दुर्गा कुमारी,श्रूति कुमारी,श्वेता कुमारी,दीपा कुमारी आदि मौजूद थी।