•निक्षय पोषण राशि डीबीटी एवं नोटिफिकेशन संबंधी हुई समीक्षा
•जिले से एसटीएस, एसटीएलएस डीएफवाय, आहन, टीबी मुक्त वाहिनी, के प्रतिनिधि हुए सम्मिलित
•जिले में जून 2022 में 684 यक्ष्मा मरीजों को किया गया चिह्नित
समस्तीपुर, 20 जुलाई,जिले को यक्ष्मा मुक्त बनाने के लिए सदर अस्पताल के एएनएम सभागार में एनटीईपी (नेशनल ट्यूबक्यूलोसिस एलिमेशन कार्यक्रम) के अंतर्गत निक्षय पोषण राशि डीबीटी एवं टीबी नोटिफिकेशन के संबंध में जिला स्तरीय मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सीडीओ डॉ विशाल कुमार ने निर्देश दिया कि जिला अंतर्गत चिकित्सकों की रिफ्रेशर ट्रेनिंग आहन संस्था के द्वारा करायी जाएगी ।
इसके साथ साथ सभी बंद पड़े डीएमसी(डेजिग्नेटेड माइक्रोस्कॉपी सेंटर)माइक्रोस्कोप ठीक करा कर लैब टेकनीशियन प्रतिनियुक्त करते हुए जांच की व्यवस्था को सुदृढ़ करवाने का निर्देश दिया। ताकि रोगियों की जांच में किसी प्रकार की कठिनाई ना हो। साथ ही यूडीएसटी (यूनिवर्सल ड्रग सेंसेटिव टेस्ट) जांच की संख्या को बढ़ाने तथा नोटिफिकेशन और आउटकम की एंट्री पोर्टल पर ससमय करने का निर्देश दिया गया। . साथ ही बैठक के दौरान निक्षय पोषण राशि डीबीटी एवं नोटिफिकेशन संबंधी समीक्षा की गई। बैठक में जिले से एसटीएस, एसटीएलएस डीएफवाय, आहन, टीबी मुक्त वाहिनी, के प्रतिनिधि हुए सम्मिलित हुए।
वहीं जिले के यक्ष्मा कार्यालय के सीडीओ सहित सभी कर्मी सम्मिलित हुए।
टीबी मरीजों की पहचान होते ही गृह भ्रमण करें: सीडीओ
संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. विशाल कुमार ने बताया कि यक्ष्मा रोग एक जटिल रोग है। इसे जल्द से जल्द पहचान कर इलाज शुरू किया जाना चाहिए, ताकि दूसरों व्यक्तियों में यह संक्रमित बीमारी न पहुंचे। वहीं बैठक के दौरान सभी एसटीएस को यह भी निर्देश दिया कि यक्ष्मा रोग की पहचान होते ही वह उसके घर का भ्रमण जरूर करें। गृह भ्रमण के दौरान पाँच वर्ष तक की उम्र के बच्चों को आईएनएच की गोली देना सुनिश्चित करें। वहीं अगर गृह भ्रमण के दौरान उनके घर के किसी व्यक्ति में भी टीबी के लक्षण पाए जाते हैं तो शीघ्र ही उनके बलगम जांच की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।
एमडीआर-टीबी हो सकता है गंभीर, रहें सतर्क:
एमडीआर-टीबी होने पर सामान्य टीबी की कई दवाएं एक साथ प्रतिरोधी हो जाती हैं। टीबी की दवाओं का सही से कोर्स नहीं करने एवं बिना चिकित्सक की सलाह पर टीबी की दवाएं खाने से ही सामान्यता एमडीआर-टीबी होने की संभावना बढ़ जाती है।
जून 2022 में 684 मरीजों को किया गया चिह्नित :
जिले में जून 2022 में 684 टीबी मरीजों को चिह्नित किया गया । जिसमें 228 मरीज सरकारी संस्थान तथा 421 मरीज प्राइवेट क्लिनिक से चिह्नित किया गया। वहीं एमडीआर के 35 सहित कुल जून माह में 684 मरीज चिह्नित किया गया।
समीक्षा बैठक में जिला डाटा एंट्री ऑपरेटर कृष्ण बली कुमार, लेखापाल राजेश रंजन, सभी एसटीएस,एसटीएलएस, एवं एनजीओ आहन , के प्रतिनिधि मौजूद रहे।