एमएसयू जिला कार्यालय पर प्रेस वार्ता कर दी जानकारी

दरभंगा। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए एमएसयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमन सक्सेना,विश्वविद्यालय प्रभारी जय प्रकाश झा, जिला कॉलेज प्रभारी अनीश चौधरी, जिला प्रवक्ता नीरज भारद्वाज व विद्याभूषण राय ने कहा की लगातार रिजल्ट में हो रही देरी और अनियमिता से परेशान मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने घोषणा किया है की परीक्षा नियंत्रक शुक्रवार तक या तो इस्तीफा दे नहीं तो उनके मुँह पर कालिख पोतने का काम एमएसयू करेगा। जिससे घबराये विश्वविद्यालय ने दरभंगा जिलाधिकारी से सुरक्षा का गुहार लगाया हैं।

उन्होंने आगे कहा कि हमने विश्वविद्यालय प्रशासन को 15 जून को आंदोलन कर अपनी ताकत दिखाने का काम किया था। अगर हम चाहते तो उग्र भी हो सकते थे, लेकिन हमने शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन किया और अपनी मांगो को रखा। जिसपर विश्वविद्यालय प्रशासन अब तक सतर्क नहीं हो पाया हैं पदाधिकारी मनमानी कर रहे है। ऐसा डाटा सेंटर को बैठा दिया गया जो सही से रिजल्ट तक घोषित नहीं कर पा रहा है।

पार्ट 2 और पीजी का जो भी रिजल्ट निकाला गया उसमे ज्यादातर छात्रों का रिजल्ट प्रमोटेड पेंडिंग या फिर एब्सेंट कर दिया गया है। अब तक पार्ट 1 के रिजल्ट का कोई अता पता नहीं है। मतलब साफ है विश्वविद्यालय हमारे आंदोलन को गंभीरता से नहीं ले रहा है। छात्र आंदोलन क्या कर सकता है इन्हे समझ नहीं आ रहा है। 5 हजार छात्रों के साथ आंदोलन होना इसे गंभीरता से नहीं लेना। अब विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को महंगा पड़ेगा।

अगर शुक्रवार तक परीक्षा नियंत्रक अपने पद से इस्तीफा नहीं देते हैं तो शुक्रवार को हमलोग परीक्षा नियंत्रक के मुँह पर कालिख पोतने का काम करेंगे और ये हमारा धमकी नहीं बल्कि विश्वविद्यालय को चुनौती है। अब दिखा देंगे अगर छात्रों के जीवन से खिलवाड़ किया जाएगा तो ऐसे पदाधिकारियों का मुँह काला कर दिया जाएगा। छात्रों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन भी किया जाएगा। आरोप लगाया की चंद रुपया के कारण आयोग्य डाटा सेंटर को विश्वविद्यालय में बैठा दिया गया हैं जो जैसे तैसे रिजल्ट प्रकाशित कर रहा है। और इस पर बोलने वाला कोई नहीं है।

आज लाखों छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था जो आज विश्वविद्यालय में देखने को मिल रहा है। कुलपति की तानाशाही और भ्रष्टाचारी नीति ने मिथिला विश्वविद्यालय को डिग्री बांटने लायक़ विश्वविद्यालय भी नहीं छोड़ा है। छात्र पड़ेशान हैं। रोजाना सैकड़ों किलोमीटर दूर से छात्र विश्वविद्यालय पहुंच कर अपना मार्कशीट और एडमिट कार्ड जमा कर रहे है। गलती विश्वविद्यालय कर रहा हैं और खामियाजा आम छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। अब इसका जवाब मिथिला स्टूडेंट यूनियन अपने तरीके से देगा। चाहे जेल जाना हो या लाठी खाना हो हम इसके लिए तैयार हैं। एमएसयू किसी खाकी वर्दी से डरने वाला नहीं है।

हमें ऐसे परीक्षा नियंत्रक की जरुरत नहीं है, जो छात्र हित बात ना कर कुलपति हित की बात करते हों। परीक्षा नियंत्रक के मुँह पर कालिख, ये कुलपति और कुलसाचिव के लिए चेतवानी है की छात्र हित को देखते हुए नया डाटा सेंटर का मान्यता रद्द कर किसी ऐसे डाटा सेंटर को बिठाया जाय जो रिजल्ट जारी करने में सक्षम हो। नहीं तो एमएसयू इसका करी तरीके से विरोध करने का काम करेगा। इसकी जवाबदेही विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी। प्रेस वार्ता में एमएसयू के अंकित भारद्वाज, नवीन सोनी, मुरारी मिश्रा,अविनाश सहनी, विकाश मैथिल, वशु, विकाश आदि मौजूद थे।