दरभंगा 21 जुलाई 2022,ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स एवं बिहार राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ के आवाहन पर दरभंगा जिला शाखा की ओर से 14 सूत्री मांगों की प्राप्ति के लिए जिला पदाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन किया गया।

प्रदर्शन पोलो फील्ड से प्रस्थान कर आयुक्त कार्यालय, व्यवहार न्यायालय, समाहरणालय, लहरियासराय टावर, लोहिया चौक का भ्रमण करते हुए समाहरणालय के मुख्य द्वार पर श्रीमती ज्योति देवी की अध्यक्षता में रैली किया गया। रैली को संबोधित करते हुए जिला संघ के संयुक्त मंत्री शमशाद बेगम ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार हमारी मांगों को अनसुनी कर देता है।

माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा दिनांक 22 अप्रैल 2022 को आदेश पारित किया गया कि 1972 के ग्रेच्युटी एक्ट के तहत आंगनबाड़ी सेविका सहायकों को भी ग्रेच्युटी उपादान दिया जाए। परंतु केंद्र सरकार द्वारा कानून में संशोधन नहीं किया जा रहा है। पूर्व के समझौते को अमलीजामा नहीं दिया जा रहा है। 46 वें श्रम सम्मेलन के फैसले के आलोक में न्यूनतम मानदेय 26000 रुपया का भुगतान सरकार नहीं कर रही है, बाजार आधारित मूल्य के दर पर पोषाहार की राशि दी जाए। आईसीडीएस योजना को स्थाई किया जाए तथा बजट में अधिक से अधिक राशि आवंटित किया जाए।

आंगनवाड़ी सेविका सहायिकाओं को सरकारी सेवक घोषित करते हुए वर्ग तीन एवं चार के सरकारी सेवा मे समायोजन किया जाए। इन सब सवालों को लेकर के आज हमारा राष्ट्रीय स्तर पर यह कार्यक्रम है इस अवसर पर दरभंगा जिला कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ ट्रेड यूनियन एंड सर्विस एसोसिएशन के जिला संयोजक फूल कुमार झा ने संबोधित करते हुए केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी करार दिया । देश में मजदूरों का आवाज दवाई जा रही है जिसके खिलाफ आवाज तेज किया जा रहा है ।

केंद्र सरकार वर्षों संघर्ष के बाद प्राप्त सुविधा को समाप्त कर लेबर कोड बनाकर श्रमिकों को हक पर कुठाराघात किया जा रहा है जिसके खिलाफ संघर्ष तेज है सी आई टी यू के राज्य कमिटी सदस्य सत्य प्रकाश चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा कि बिहार राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संयुक्त संघर्ष समिति के साथ माननीय मंत्री समाज कल्याण से वार्ता चल रहा है पुराने समझौते के आलोक मे मानदेय का वृद्धि आदेश निर्गत किया जा रहा है हड़ताल अवधि का वेतन देने का भी आश्वासन दिया गया है यह हमारी एकता संघर्ष की जीत है।

इस अवसर पर सोनी कुमारी मीना कुमारी, कामिनी कुमारी, मीना कुमारी, देवता देवी, रागिनी रंजना कुमारी, नीलम कुमारी, पूनम कुमारी, ललिता कुमारी आदि ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मांगों के पूर्ति तक आंदोलन तेज करने का आहवान किया।