दरभंगा बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ कार्यालय लहेरियासराय में महान स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक की 166 वी जयंती एवं चंद्रशेखर आजाद की 116 वी जयंती दिवस के अवसर पर उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित किया गया।

उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए महासंघ के जिला मंत्री फूल कुमार झा ने कहा कि बाल गंगाधर तिलक एक भारतीय राष्ट्रवादी ,शिक्षक, समाज सुधारक ,अधिवक्ता और महान स्वतंत्रता सेनानी थे ।भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के पहले लोकप्रिय नेता थे। ब्रिटिश हुकूमत उन्हें भारतीय अशांति के पिता कहते थे। उनका नारा था कि स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है।ब्रिटिश राज के दौरान स्वराज के सबसे पहले मजबूत अधिवक्ताओं में से एक थे ।वह भारतीय कॉलेज में गणित के शिक्षक भी थे तथा अंग्रेजी शिक्षा के घोर आलोचक थे। संयोग है कि आज ही के दिन महान क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी चंद्र शेखर आजाद की 116 जयंती दिवस है ।राम प्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में 1925 इस्बी में काकोरी षडयंत्र में सम्मलित थे एवं पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार हो गए। 17 दिसंबर 1928 को चंद्र शेखर आजाद भगत सिंह और राजगुरु के साथ लाहौर में पुलिस अधीक्षक के कार्यालय को घेर लिया और जब जेपी संडर्ष बाहर निकले तो राजगुरु ने गोली मार दी। जब उनका अंग रक्षक ने पीछा किया तो चंद्र शेखर आजाद ने भी अंग रक्षक को गोली मारकर फरार हो गए। चंद्र शेखर आजाद जब इलाहाबाद में ब्रिटिश हुकूमत के सिपाहियों से घिर गए तो उन्हैने खुद को गोली मारकर सहादत दे दी। इस महान स्वतंत्रता सेनानी को सत सत नमन ।

इस अवसर पर साथी अरविंद कुमार राय, तारकांत पाठक, प्रणव कुमार झा, दिनेश कुमार आडवाणी, मनीष कुमार , अश्वनी कुमार झा, राजेश कुमार आदि सदस्य उपस्थित थे।