-निःशुल्क उपचार होने से बुजुर्ग को मिली नई जिंदगी
-परिजनों ने कहा- गरीबों के लिये सहारा बना आयुष्मान योजना
-बीते चार माह में डीएमसीएच पहुंचने वाले 1293 लाभार्थियों ने उठाया योजना का लाभ

दरभंगा,25 जुलाई । आयुष्मान भारत योजना से अब तक सैंकड़ों लोगों को लाभ मिला है. आर्थिक रूप से विपन्न आमजन के लिये यह योजना वरदान साबित हो रही है. डीएमसीएच में बीते चार माह में अब तक 1293 लोगों को इस योजना के तहत निःशुल्क उपचार मिला है. मरीज व उनके परिजनों की सहायता के लिये अस्पताल प्रशासन की ओर से सभी विभागों में कर्मियों की तैनाती की गयी है.

कोई भी मरीज या उनके परिजन आधार कार्ड व राशन कार्ड देकर विभाग में अपनी पात्रता की जांच करा सकता है. आयुष्मान के कर्मी उसकी पात्रता की जांच करते हैँ. उसका डॉक्यूमेंटस संबंधित विभाग को भेजा जाता है. वहां से लाभुक के मानक पर खड़ा उतरने पर उसे निःशुल्क उपचार की सुविधा दी जाती है. विभागीय जानकारी के अनुसार रोजाना एक दर्जन से अधिक मरीज व परिजन कागजात देकर इस योजना का लाभ उठा रहे हैं. बता दें कि इस योजना के तहत पात्र मरीजों को पांच लाख तक का निःशुल्क इलाज निबंधित अस्पताल में किये जाने का प्रावधान है.

आयुष्मान भारत योजना गरीबों के लिये बना सहारा-
बिरौल निवासी भैया बाबू राय का इलाज इस योजना के तहत डीएमसीएच के मेडिसिन विभाग में चल रहा है. बुजुर्ग को कई माह से किडनी की समस्या है. बीते 22 जुलाई को इन्हें डॉ पीके सिन्हा के यूनिट में भर्ती कराया गया. चिकित्सकों ने मरीज को डायलिसिस के लिये परामर्श दी. पहले से जानकार परिजनों ने भैया बाबू राय का आधार कार्ड व राशन कार्ड आयुष्मान भारत योजना कार्यालय में प्रस्तुत किया. पात्रता के आधार पर भैया बाबू राय की डायलिसिस की गई । अब मरीज की स्थिति ठीक है. परिजनों ने कहा कि इससे पहले भी दो बार निःशुल्क डायलिसिस हो चुकी है. बताया कि बाबू मेहनत मजदूरी कर परिवार चलाते हैं. निजी अस्पताल में इलाज कराने में असर्मथ हैं. इस स्थिति में आयुष्मान भारत योजना गरीबों के लिये बहुत बड़ा सहारा है.

पात्र लाभुक खुद डाउनलोड करके गोल्डेन कार्ड बना सकते —
कोई भी पात्र लाभुक लिंक एचटीटीपी
सेतू.पीएमजेएवाई.जीओवी.इन पर क्लिक कर कर आयुष्मान कार्ड बना सकते हैं . इसके लिए वेबसाइट के रजिस्ट्रेशन पर क्लिक कर, मोबाइल नंबर और आधार नंबर डालकर ओटीपी वेरीफाई करना होगा. उसके बाद अपना पर्सनल डिटेल्स भरना होगा. लॉग इन नाम डालकर क्रिएट बटन पर क्लिक करना होगा. इस प्रकार ऑनलाइन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. उसके बाद पात्र आवेदक के मोबाइल पर एक मैसेज आ जायेगा, जिसमें आयुष्मान आईडी मिल जायेगी . इसी आईडी की मदद से आयुष्मान पोर्टल पर लॉगिन करके आयुष्मान कार्ड बनाने से संबंधित काम कर सकते हैं .

पात्र लाभार्थियों का बनता है गोल्डन कार्ड-

केंद्र सरकार ने सितंबर 2018 को गरीबी से परेशान लोगों के निःशुल्क उपचार के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी. इसमें सोशल इकोनॉमिक कॉस्ट सेंसस 2011 (सेक डेटा) के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को लाभ दिलाने के लिए पात्र माना गया था. बीओसीडब्ल्यू के पंजीकृत मजदूरों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है. इसी के तहत लोगों को लाभ दिलाया जा रहा है.