-विडियो कांन्फ्रेसिंग के जरिये स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य विभाग को किया सचेत।
-डीएमसीएच में बनाया जायेगा अलग से वार्ड- अधीक्षक।
-विभागीय निर्देश के मद्देनजर सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से करेंगे बैठक।
दरभंगा,26 जुलाई । दिल्ली में मंकी पॉक्स का मरीज मिलने के बाद प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने मंगलवार को डीएमसी प्राचार्य डॉ केएन मिश्रा, सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार सिन्हा व अधीक्षक डॉ एचएस मिश्रा से विडियो कांन्फ्रेंसिग के जरिये चिकित्सा व्यवस्था को दुरुस्त करते हुये सचेत रहने को कहा. मंत्री ने बताया कि फिलहाल राज्य में कोई मामला नहीं है. अभी तक चार मामला सामने आया है. इसमें तीन केरल व एक दिल्ली से मरीज चिह्नित किये गये हैं.
मंत्री ने बताया कि इसके मद्देजनर स्थानीय स्तर पर भी सचेत रहना जरूरी है, ताकि विपरित परिस्थिति में किसी प्रकार की समस्या न हो. इसे लेकर सभी स्वास्थ्य कर्मियों को अलर्ट रहने का निर्देश मंत्री ने दिया. साथ ही विशेष रूप से आशा कार्यकर्ता व एएनएम के माध्यम से लोगों में मंकी पॉक्स को लेकर जागरूकता फैलाने को कहा गया है. मंकी पॉक्स से जुड़े सभी मामलों के रिकॉर्ड रखने और किसी भी मामले के सामने आने पर तुरंत सूचना देने को कहा गया है.
स्थानीय स्तर पर की जायेगी तैयारी–
विदित हो मंकी पॉक्स को लेकर मंत्री के निर्देश के बाद इसके अनुपालन के मद्देजनर अधीक्षक डॉ मिश्रा ने डीएमसीएच में 10 बेड का वार्ड बनाने की बात कही. साथ ही चिकित्सक व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जायेगी. कहा कि मंकी पॉक्स को लेकर पूर्व से पूरी व्यवस्था कर ली जायेगी. इसके मद्देनजर बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के तहत कदम उठाये जायेंगे. वहीं सिविल सर्जन डॉ सिन्हा ने बताया कि विभागीय निर्देश के बाद मंगलवार को सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से बैठक कर आवश्यक कदम उठाने पर चर्चा की जायेगी.
चर्म रोग से पीड़ित मरीजों पर नजर रखें–
सीएस ने बताया कि मंकी पॉक्स वायरस के कारण मनुष्य में सामान्यतः संक्रमण नहीं होता, परंतु कुछ दुर्लभ प्रकरणों में पॉक्सविरिडे परिवार के ऑर्थो पॉक्स वायरस जीनस में पाए जाने वाले मंकी पॉक्स वायरस से संक्रमण पाया गया है. कहा कि मंकी पॉक्स एक वायरल जूनोटिक बीमारी है. देश में मंकी पॉक्स के कुछ केस मिलने के बाद सभी राज्य सतर्क हो गए हैं. इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है.
बताया कि अभी मंकी पॉक्स की बीमारी को लेकर कोई सूचना किसी भी जिले में दर्ज नहीं की गई है. इसके बावजूद सभी सिविल सर्जनों को चर्म रोग से पीड़ित मरीजों सहित अन्य मरीजों के स्वास्थ्य पर नजर रखने और मंकी पॉक्स के लक्षण होने पर तत्काल उनके इलाज की व्यवस्था करने की बात कही. सीएस ने बताया कि मंकी पॉक्स कोई गंभीर बीमारी नहीं है. इसका लक्षण स्माल पॉक्स की तरह होता है. यह बीमारी होने पर मरीज को अन्य लोगों से अलग कर दिया जाता है, ताकि दूसरो में न फैले.