अतरराष्ट्रीयबाघ दिवस के अवसर पर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम का उद्घाटन जंतु विज्ञान विभाग अध्यक्ष एवं संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर शिशिर कुमार वर्मा ने किया । उन्होंने कहा कि सारी जैव विविधता को बनाए रखने के लिए बाघ की सुरक्षा करना अत्यंत आवश्यक है|
गौरतलब है कि बीसवीं शताब्दी के शुरुआत के बाद से ही दुनिया भर में बाघों की आबादी में तेजी से गिरावट देखी गई है हालांकि वर्तमान में बाघ संरक्षण के इतिहास में ऐसा पहली बार है जब बाघों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है|

कार्यक्रम का संचालन कुलानुशासक प्रोफेसर अजय नाथ झा द्वारा किया गया।इस अवसर पर विभाग के छात्रों द्वारा नाटक का प्रदर्शन किया गया जिसमें वैभव,संजू कुमार झा, मानसी, अमितेश, शंकर इत्यादि ने भाग लिया । नाटक का निर्देशन डॉ पारुल बनर्जी के द्वारा किया गया और इसके रचयिता प्रोफेसर अजय नाथ झा हैं।

इस अवसर पर रचनात्मक लेखन, स्लोगन एवं पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया । जिसमें स्नातकोत्तर कई विभागों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। रचानात्मक लेखन का शीर्षक भारत में बाघ का भविष्य ,शहर में बाघ आया इत्यादि रहा।

प्रतियोगिताओं में डॉ मनु राज शर्मा(भुगोल विभाग) ,डॉ अमिताभ(इतिहास) डॉक्टर बनर्जी (जंतु विज्ञान विभाग), डॉक्टर गजेन्द्र प्रसाद (वनस्पति विज्ञान विभाग), प्रोफ़ेसर सुरेंद्र कुमार (भौतिकी विभाग), डॉक्टर विपुल स्नेही (गणित विभाग) इत्यादि ने निर्णायक की भूमिका निभाई । प्रोफ़ेसर अजय नाथ झा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम ज्योति(जंतु विज्ञान) द्वितीय एस के पाठक (भौतिकी) तृतीय इंदु कुमारी (राजनीति विज्ञान) रही|

स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम इंदु कुमारी(राजनीति विज्ञान) द्वितीय निधि एवं तृतीय फरहीदा प्रवीण रही। लेखन प्रतियोगिता में क उदित्य मिश्रा(अंग्रेजी विभग), निधी झा (राजनीति शास्त्र) प्रथम रहे, कुमारी पार्वती (समाज शास्त्र) , पंकज कुमार (अंग्रेजी विभाग) द्वितीय एवं संजू कुमार झा (जंतु विज्ञान विभाग) तृतीय स्थान पर रहे।