दरभंगा, 29 जुलाई 2022 :- शुक्रवार को जीविका के जिला कार्यालय में जिला स्तरीय पारिवारिक आहार विविधता अभियान के तहत एक दिवसीय जिला स्तरीय सम्मान कार्यक्रम का आयोजन जीविका दीदीयों ने दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
गौरतलब है कि पारिवारिक आहार विविधता कार्यक्रम की शुरूआत 9 मार्च 2022 से की गयी। जीविका के डी.पी.एम मुकेश तिवारी सुंधाशु ने बताया कि अभियान का मुख्य उद्धेश्य मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी लाना तथा कुपोषण मुक्त बिहार का निर्माण करना है।
उन्होंने सभी जीविका दीदीयों से किचन गार्डन, पशुपालन पर विशेष ध्यान देने की अपील की, जिससे दीदीयों को शुद्ध और सस्ता आहार सुगम रूप से प्राप्त हो पायेगा।
यंग प्रोफेशनल लवली कुमारी ने दीदीयों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्लास्टिक की थैलियों आदि का प्रयोग नहीं करने की सलाह देते हुए कही कि आहार विविधता का प्रभाव अचानक से चंद दिनों में नहीं लेकिन आहिस्ता-आहिस्ता आपके स्वास्थय पर प्रतिकूल प्रभाव दिखता जरूर है, इसलिए इसे अपने आदतों में शुमार करें।
वहीं स्वास्थय एवं पोषण प्रबंधक संतोष कुमार ने कहा कि गर्भवती एवं धात्री माताओं में खून की कमी से होने वाले रोगों से आमजनों को जागरूक करना भी अभियान का अहम मकस़द है।
पारिवारिक स्तर पर भोजन में आहार विविधता अपनाकर गर्भवती महिला, धात्री माता जिनके बच्चे छह माह तक के हैं तथा छह से 23 माह तक के बच्चों में आवश्यक पोषक तत्वों की मात्रा को बढ़ाना है।
संतोष कुमार ने यह भी बताया कि इस अभियान के तहत सभी गर्भवती, धात्री माता के बच्चों की सूची सामुदायिक उत्प्रेरक द्वारा स्वंय सहायता समूह की बैठक में तैयार की गयी।
तैयार सूची को ग्राम संगठन के पदाधिकारी द्वारा हस्ताक्षर कर प्रमाणित कराया गया।
तत्पश्चात सामुदायिक उत्प्रेरक एवं ग्राम संगठन के स्वास्थय उप समिति के दीदीयों द्वारा लाभार्थियों के घरों में गृह भ्रमण किया गया एवं उन्हे आहार विविधता से संबंधित स्टीकर चिपका कर विस्तारपूर्वक समझाया गया और उसके महत्व पर चर्चा की गयी। उसके बाद सारे ग्राम संगठन में आहार प्रदर्शनी व रंगोली के माध्यम से समूह के सदस्यों को भी जागरूक किया।
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के माध्यम से बेहतर समझ रखने वाले लाभार्थियों को पुरूस्कृत भी किया गया। इसके साथ ही प्रखण्ड में बेहतर कार्य करने वाले सीएम, सीएनआरपी एवं सीसी को पुरूस्कृत किया गया।
इसी कड़ी में जिला स्तरीय पारिवारिक आहार विविधता अभियान के तहत एक दिवसीय जिला स्तरीय सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें सक्रिय तौर पर बेहतर कार्य करने वाले तीन सीएलएफ: आंचल सीएलएफ बहेड़ी, कनक सीएलएफ हनुमाननगर, शक्ति सीएलएफ सिंहवाड़ा तीन क्षेत्रीय समन्वयकों – सुजाता आनंद, रिंकू सहनी, मनोज कुमार व तीन मास्टर रिसोर्स पर्सन: नेहा चौधरी, शिवाली देवी व रेखा कुमारी को पुरूस्कृत किया गया।
पुरूस्कार ग्रहण करने वाले सभी लोगों ने अपने कार्यानुभवों को साझा किया।
पीसीआई के कार्यक्रम अधिकारी मधुकर दास ने कहा कि 6 से 23 माह के बच्चों के लिए उपलब्ध आहार को सात श्रेणियों में विभक्त किया गया है। वहीं गर्भवती व धात्री महिलाओं को दस आहार समूह में बांटा गया है। इसमें 6 से 23 माह के बच्चों के लिए उपलब्ध सात आहार समूह में कम से कम चार आहार समूह का नियमित सेवन करना जरूरी है।
संचार प्रबंधक राजा सागर ने कहा कि कुपोषण और शरीर में खून की कमी का एक मुख्य कारण अपर्याप्त आहार का सेवन है, जो कि आहार में विविधता नहीं होने के कारण होता है।
जीविका दीदीयों के द्वारा जागरूकता फैलाने से स्थिति में सकारात्मक बदलाव आ रहा है।
उक्त अवसर पर पीसीआई की प्रशिक्षण अधिकारी रचना कुमारी व जीविका के विषयगत प्रबंधक बिंध्य झा, आशीष कुमार, अरविंद कुमार, समीर कुमार, प्रवीर कुमार आदि उपस्थित थे।